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कारोना से बचाव के लिए बुजुर्गों को खिलाएं पौष्टिक आहार : डा. चंद्रकला यादव

— ब्लड में कोलेस्ट्राल लेवल सुधारने के लिए आहार में शामिल करें फाइबर युक्त साबुत अनाज कानपुर, 08 मई (हि.स.)। वैश्विक महामारी कोरोना का संक्रमण कम होने का नाम नहीं ले रहा है और इससे सबसे अधिक खतरा बुजुर्गों को रहता है। क्योंकि बुजुर्गों की प्रतिरोधक क्षमता वयस्क व्यक्ति की अपेक्षा कमजोर रहती है। ऐसे में उन सभी परिवारों को चाहिये जिनके घर पर बुजुर्ग है उनका विशेष ख्याल रखें और उनको पौष्टिक आहार बराबर देते रहें। यह बातें शनिवार को दलीप नगर कृषि विज्ञान केन्द्र की गृह वैज्ञानिक डा. चन्द्रकला यादव ने कही। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डा. डी.आर. सिंह के निर्देश पर कृषि विज्ञान केंद्र की गृह वैज्ञानिक डा. चन्द्रकला यादव ने करोना महामारी के दरमियान बुजुर्गों का रखें ध्यान विषय पर एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने बताया कि शहर एवं गांवों में हर तरफ कोरोना वायरस का खौफ है। इसकी चपेट में हर आयु वर्ग के लोग आ रहे हैं। लेकिन सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों को है। उन्होंने बताया कि देश की एक चौथाई आबादी वृद्धों की है जो 60 वर्ष से ऊपर की आयु वर्ग के हैं। वृद्ध अवस्था में शारीरिक व मानसिक विकास थम जाता है एवं शारीरिक क्रियाएं धीमी पड़ जाती हैं, उनकी पाचन व अवशोषण शक्ति कमजोर हो जाती है। जिसके कारण उन्हें अनेक प्रकार की बीमारियां हो जाती हैं जैसे डायबिटीज, हाइपरटेंशन, अर्थराइटिस, अधिक रक्तचाप व अपच आदि और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो जाती है। जिससे उन्हें संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में उनको शारीरिक अवस्था के अनुसार भोजन देना चाहिए जो पौष्टिक एवं सुपाच्य हो जिससे उनकी शारीरिक क्रियाएं सुचारु रुप से चलती रहे। वृद्ध व्यक्ति की शारीरिक क्रियाशीलता कम होने के कारण उन्हें एक युवा व्यक्ति से 20 से 30 फीसद तक कम कैलोरी की आवश्यकता होती है, परंतु प्रोटीन, लौह लवण (आयरन), कैल्शियम एवं अन्य विटामिनों और मिनरल की मांग बढ़ जाती है। जिससे उनकी शारीरिक क्रियाशीलता व रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहती है इसलिए जरुरी है कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ उनके आहार में भी बदलाव करने चाहिए ताकि उन्हें संक्रमण जल्दी न हो। फाइबर युक्त दें आहार डा. चन्द्रकला यादव ने बताया कि बुजुर्गों के आहार में साबुत अनाज शामिल करने चाहिए जो फाइबर से भरपूर होते हैं। जिससे ब्लड में कोलेस्ट्रॉल लेवल सुधारने में सहायता मिलती है व दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है| इसके अतिरिक्त उम्र बढ़ने के साथ-साथ हड्डियां भी कमजोर हो जाती हैं। इसके लिए दही को भोजन में शामिल करना चाहिए। इसमें अच्छे बैक्टीरिया और प्रोबायोटिक होते हैं जो पाचन क्रिया को बेहतर करते हैं। दही में पोटैशियम, जिंक और विटामिन बी जैसे माइक्रो न्यूट्रिएंट भी होते हैं। जो रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि में सहायक होते हैं। इसके साथ ही उनके भोजन में अंडे को भी शामिल करना चाहिए जिसमें प्रोटीन ,विटामिन B12 ,विटामिन डी व फोलेट पाया जाता है। बताया कि वृद्धों की रुचि को ध्यान में रखते हुए उनका आहार बनाए ताकि वह रुचि से खा सकें। मीडिया प्रभारी डा. खलील खान ने बताया कि बाहर से किसी के आने पर कम से कम दो मीटर दूर से बात करें तथा साफ सफाई का पूरा ध्यान रखें। हिन्दुस्थान समाचार/अजय

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