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फर्रुखाबाद: बीकेण्ड लॉक डाउन-नामांकन केंद्रों पर भीड़, बाजारों में सन्नाटा

-जिले में 200 कोविड के नए रोगी मिले, ऑक्सीजन संकट और गहराया फर्रुखाबाद, 18 अप्रैल (हि.स.)। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए रविवार को लॉकडाउन के चलते बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। नामांकन स्थलों पर लॉक डाउन पूरी तरह बेअसर रहा। हालात यह रहे कि नवरात्र के समय मन्दिरों में पण्डा पुजारियों की आंखे भक्तों की राह निहारते-निहारते पथरा गईं और अस्पतालों में मरीजों के परिजन अपने-अपने परिजनों को भर्ती कराने के लिए जुगत भिड़ाते रहे। पिछले 24 घण्टे में यहां 200 रोगियों की रिपोर्ट कोरोना संक्रमित पाई गई है। जिले में सरकारी अस्पतालों से लेकर निजी अस्पतालों में मरीजों की भर्ती के लिए बिस्तर कम पड़ रहे हैं। ऑक्सीजन की बेहद कमी चल रही है। जिससे हालात यहां दिन प्रति दिन बदतर होते चले जा रहे हैं। अब तक जिले में 102 मरीज अपनी जान से हाथ धो चुके हैं। हालांकि कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण जो रोकने के लिए जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह के निर्देश पर आज पूर्ण बन्दी रखी गई है। बताते चलें कि जिले में चल रही पंचायत चुनाव की प्रक्रिया कोरोना काल में कोड में खाज साबित हो रही है। इस सम्बंध में आचार्य श्याम का कहना है कि पंचायत चुनाव में उम्मीदवारों के साथ आने वाली भीड़ यहां आधे घर में राम-राम आधे घर में अल्लाह वाली कहावत चरितार्थ कर रही है। प्रशासन को यदि रविवार के दिन कोरोना संकट को देख कर पूर्ण बन्दी करनी थी। तो आज नामांकन प्रक्रिया भी बंद रखनी चाहिए थी। बाजारों में बन्दी की बजह जितना संक्रमण रुका, उतना पंचायत चुनाव के उम्मीदवारों के साथ आई भीड़ बढ़ा रही है। केअर हॉस्पिटल के मालिक डॉक्टर के एम द्विवेदी का कहना है कि जिले में कोरोना बिस्फोट हो चुका है। इसे शासन प्रशासन को गम्भीरता से लेना चाहिए, अन्यथा परिणाम गलत हो सकते हैं। उनका कहना है कि बढ़ रहे कोरोना संक्रमित रोगियों की वजह से ऑक्सीजन का संकट गहराता ही चला जा रहा है। जिसके भयानक परिणाम सामने आने लगे हैं। निजी अस्पतालों की बात अलग सरकारी अस्पतालों में भी ऑक्सीजन की भारी कमी है। समाज सेवी मोहम्मद यूनुस सिद्धीकी का कहना है कि मरघट औऱ श्मशानघाट कोरोना से मरने वाले मरीजों की हकीकत बयां कर रहे हैं। ऐसे में सरकार को ठोस कदम उठा कर इस महामारी पर काबू पाना चाहिए। अन्यथा हालात औऱ खराब हो जायेंगे। ग्राम रामपुर निगोह निवासी अतनेश सिंह की कोविड की बजह हालत बिगड़ने पर उन्हें तिर्वा के मेडिकल कालेज में बनाये गए एल-2अस्पताल लेकर पहुंचे रावेंद्र सिंह का कहना है उस कोविड अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने और ऑक्सीजन की किल्लत की वजह से सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गई है। वही भर्ती मरीजों के परिजन समुचित इलाज न मिल पाने की वजह से परेशान है। इस सम्बंध में मुख्यचिकितधिकारी डॉक्टर बन्दना सिंह का कहना है कि व्यवस्थाओं में सुधार हो रहा है। जनता को भी बचाव की ओर ध्यान देना चाहिए। अपरजिलाधिकारी भानु प्रताप सिंह का कहना है कि चुनाव प्रक्रिया और लॉक डाउन दोनों शासन के निर्देश पर चल रहे हैं। नामांकन केंद्रों पर उम्मीदवारों के साथ भीड़ न पहुंचे इसका प्रयास किया जा रहा है। जिला प्रशासन शासन के आदेशों का शत प्रतिशत पालन कर रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/चन्द्रपाल

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