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किसान औषधीय पौधों की खेती पर ध्यान दें, अच्छा मूल्य पायेंगे

-किसान मेले में पद्मश्री से सम्मानित प्रगतिशील किसान चन्द्रशेखर सिंह का अभिनंदन किया गया वाराणसी, 30 जनवरी (हि.स.)। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् नई दिल्ली के डीडीजी एक्सटेंशन डॉ एके सिंह ने किसानों से खेती में पानी के कम दोहन का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि आज खेती में पानी का दोहन बहुत ज्यादा हो रहा है। जिससे एक दिन देश के समक्ष जल का संकट खड़ा हो जायेगा। इसलिए ऐसी खेती हो जिसमें पानी की खपत कम हो। डीडीजी एक्सटेंशन शनिवार को अदलपुरा स्थित भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान परिसर में फॉर्ड फाउंडेशन व संस्थान द्वारा प्रायोजित किसान मेले को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने किसानों से संवाद और सवालों के जबाब में कहा कि आप ऐसा उत्पादन करें, जो पौष्टिक हो और लागत का अच्छा मूल्य मिल सके। मेले में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति, रानी लक्ष्मी बाई कृषि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति और फार्ड फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रो. पंजाब सिंह ने किसानों से संगठित रूप से खेती करने पर खासा जोर दिया। उन्होंने कहा कि इससे किसान खेती की लागत का अच्छा मूल्य पा सकते है। और इसके लिए एफपीओ महती भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को जिलों में बकरी, मछली पालन के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही एक मार्केटिंग नेटवर्क भी तैयार किया जा रहा है। ताकि कृषि को अच्छा बाजार मिल सके। प्रो. सिंह ने किसानों से औषधीय पौधों की खेती करने के लिए खासा प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि मेडिसिनल प्लांट के लिए किसानों को उत्साहित किया जा रहा है। मेले में ही नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय फैजाबाद के कुलपति डॉ बिजेन्द्र सिंह ने कहा कि कृषि सुधारों के कारण उत्पादन में काफी वृद्धि हो रही है। इसके लिए अगैती एवं गुणवत्तापूर्ण खेती करने की जरुरत है। किसानों को अब उत्पादन के साथ.साथ बाजार में अधिक आय प्राप्त करने की दिशा मे कार्य करना होगा। मेले में कृषि विज्ञान संस्थान काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पूर्व संकाय प्रमुख एवं बॉयोटेक परियोजना के अन्वेषक प्रो. ऋषि मुनि सिंह ने फाउंडेशन द्वारा संचालित किसान परियोजना के बारे में जानकारी दी। कृषि विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो.रमेश चंद ने कहा कि आज कृषि में पुनर्जागरण का दौर चल रहा है। खेती में आज नए नए तरीके अपनाने की आवश्यकता है। ताकि किसान कृषि में आत्मनिर्भर हो सके। मेले में अतिथियों ने पद्मश्री से सम्मानित वाराणसी के प्रगतिशील किसान चन्द्रशेखर सिंह को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। भारतीय सब्जी अनुसंधान केन्द्र के कार्यकारी निदेशक डॉ राजनाथ प्रसाद ने अतिथियों का स्वागत और कृषि विज्ञान संस्थान के पूर्व निदेशक प्रो. शिवराज सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ नीरज सिंह ने किया। किसान मेले में इनकी रही उपस्थिति किसान मेले में बीएचयू के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ संतोष कुमार सिंह, ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट अधिकारी एवं फॉर्ड फाउंडेशन के ट्रस्टी डॉ उमेश सिंह, जन संपर्क अधिकारी डॉ राजेश सिंह, राजेश्वरी रिसर्च फाउंडेशन के सचिव डॉ विनोद कुमार सिंह सहित विभिन्न क्षेत्रों के वैज्ञानिक एवं अधिकारी, कृषक उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधि सहित किसानों व युवा प्रोफेशनल्स ने हिस्सा लिया। मेले में स्टॉल भी लगाए गये। चार जिलों से चयनित 40 प्रगतिशील किसानों को फाउंडेशन की ओर से 10-10 हजार रुपये व आठ एफपीओ को फार्मर्स रिकॉग्निशन अवॉर्ड प्रदान किया गया। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर-hindusthansamachar.in

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