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जैविक उत्पाद की खेती एवं बिक्री से लाभ प्राप्त करें किसान : आनन्दीबेन

-राज्यपाल का जनपद उन्नाव भ्रमण, कृषि एवं विकास पर आधारित प्रर्दशनी का किया अवलोकन लखनऊ, 30 जनवरी (हि. स.)। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने शनिवार को अपने जनपद उन्नाव के भ्रमण कार्यक्रम मेें पुलिस लाइन में कृषि एवं विकास पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। राज्यपाल ने महिला स्वयं सहायता समूह दीनदयाल अंत्योदय राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत नवदुर्गा महिला एवं पूजा महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित कपड़े के झोले, शाल, जरी आदि के काम को बहुत ही बारीकी से देखा। उन्होंने उपस्थित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से जानकारी की कि महिलाओं द्वारा तैयार किये जाने वाले माल की बिक्री से कितना लाभ होता है। राज्यपाल ने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत वर्ष 2020-21 तक लाभार्थियों की पात्रता आदि के बारे में परियोजना निदेशक ग्राम विकास अभिकरण से विस्तार से जानकारी ली। उद्यान विभाग द्वारा अमरूद, मौन पालन, फूलों की खेती, जैविक खेती के आर्थिक लाभ के बारे में उपस्थित किसान शान्तनु शुक्ला, अजित सिंह तथा राजू सिंह से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष लाभ की जानकारी ली। जिस पर किसानों ने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की महात्वकाक्षीं योजना के तहत बेहतर सेवायें, पौष्टिक आहार, संसाधन सरंक्षण, खद्यान्न दक्षता में बढ़ोत्तरी, रोजगार सृजन, किसान सगठनों को बढावा तथा जैविक विविधता संरक्षण प्रदान करने हेतु यूपी डास्प से किसानों का बहुत लाभ हुआ है। राज्यपाल ने कृषि विभाग द्वारा परम्परागत कृषि योजना के अन्तर्गत जैविक खेती योजना के उत्पाद के विपणन एवं ब्राण्ड को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लगायी गयी प्रदर्शनी स्टाल का निरीक्षण किया, जिसमें मूंगफली की फसल, काला नमक चावल, बाजरा, उगायी गयी सब्जी के बारे में बारिकी से जानकारी ली। इसी दौरान सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाईजेशन योजना के अन्तर्गत कष्टम हायरिंग सेन्टर स्थापना हेतु राज्यपाल की प्रेरणा से श्रीमती शीला सिंह ग्राम भौली ब्लाक नवाबगंज को टैक्टर की चाभी प्रदान कर लाभान्वित किया गया। राज्यपाल के जनपद भ्रमण के दौरान पुलिस लाइन स्थित मींटिग हाल में शहीद दिवस पर दो मिनट का मौन रखा गया। राज्यपाल ने कहा कि 2025 तक देश व प्रदेश सरकार भारत को क्षय रोग से मुक्त कराना चाहती है। इस बीमारी से गुजर रहे युवा, बच्चे, बुजुर्ग क्षय रोग से पीड़ित रोगियों का उपचार कर रोगमुक्त करने हेतु सरकार अभियान चलाकर कार्यकर रही है। विधायक, उद्यमी, जन सामान्य, प्रशासनिक अधिकारी एवं स्वयंसेवी संस्थायें आगे आकर टीबी रोगियों को गोद लें और उनकी देखभाल हेतु पौष्टिक आहार की व्यवस्था कर उन्हें स्वस्थ्य बना सकते है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में 20 प्रतिशत क्षय रोग के मरीज हो सकते है। ऐसे में लक्ष्य निर्धारित कर प्रयासों से कार्य करने की अधिक आवश्यकता है ताकि प्रदेश को टीबी मुक्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग से जुडे समस्त डिग्री कालेज के प्राचार्यों क्षय रोग से पीडित गरीब मरीज को गोद लें। उन्होंने बताया कि राजभवन में 25 ऐसे मरीजों को गोद लिया था, जो आज स्वस्थ्य है। उन्होंने कहा कि मैं चाहती हूं कि उन्नाव जनपद ऐसा जनपद बने जिसमें अधिक से अधिक ऐसे मरीजों को गोद लेकर प्रथम स्थान पर आये। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि अपने जिले के सभी अधिकारी, उद्योग पति, पुलिस व अन्य लोग ऐसे बच्चों को चिन्हित कर गोद लें। इस क्रम में विधायक मोहान श्री बृजेश रावत ने 12 मरीज को गोद लेने की बात कही, उद्योग के अध्यक्ष श्री जेएन मिश्रा ने ऐसे सभी चिन्हित मरीजों को गोद लेने को कहा। इस अवसर पर जिला टीबी फोरम के 07 सदस्यों को सम्मानित भी किया गया। राज्यपाल ने उप्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिलाओं को आत्म निर्भर व समाज में बराबरी का स्थान दिलाये जाने के उद्देश्य से केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं में स्वयं सहायता समूह का गठन करके परिवारों को आर्थिक रूप से स्वावलम्बी एवं स्थिति को मजबूत करने पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि आज महिलाओं में सकारात्मक सोच आ रही है। उनकी प्रतिभा कौशल को जोड़ कर कार्य किया जा रहा है। राज्यपाल ने जरी जरदोजी, टेक होम राशन परियोजना, सामुदायिक शौचालय, मिलयन सेल्स परियोजना, स्किल ट्रेनिंग, एक ग्राम पंचायत, एक वीसी, सिटीजन इनफार्मेशन बोर्ड तथा प्रेरणा कैन्टीन, स्कूल ड्रेस, सरस मेला, आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना, ड्राई राशन वितरण में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा की जा रही भागीदारी एवं कार्यों के बारे में जानकारी ली। राजपाल ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुये कहा कि पूरी गतिविधियां महिलाओं के द्वारा हो रही है। महिलायंे मेहनत करके 8-9 हजार रूपये कमा रही है। महिलायें आत्म निर्भर बन रहीं हैं। घर से बाहर निकल कर अपने हुनर के अनुसार कार्य कर रही है। महिलायें अपना घर स्वयं चलाने में सक्षम है। उपस्थित महिला स्वयं सहायता समूह का उत्सावर्धन करते हुये कहा कि कोविड-19 जैसी महामारी में चुनौती स्वीकार करके मास्क आदि बनाकर आत्म निर्भर होने का मिशाल कायम किया है। इसे सकारात्मक सोच बनाकर सभी को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। इससे महिला के दोनों परिवारोें में समृद्धि एवं खुशहाली का वातावरण बनेगा तथा विकास की धारा में एक अहम भूमिका निभाने का कार्य स्वयं सहायता समूह करेंगें। राज्यपाल ने कहा कि कन्या सुमंगला योजना के तहत ‘बेटी बचाओ बेटी पढाओं’ के तहत बेटियों को उच्च शिक्षा देने एवं दहेज कुप्रथा समाप्त करने में महिलाएं अहम भूमिका निभायें। महिलायें सकारात्मक सोच लेकर आगे बढ़े। बेटा-बेटी में असमानता न लायें। केन्द्र एवं प्रदेश सरकार महिलाओं के स्वाभिमान के प्रति संकलिप्त है। राज्यपाल ने जिला जेल का औचक निरीक्षण कर बन्दी महिलाओं की व्यवहारिक कठिनाईयों तथा जिला जेल से मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली तथा अधिकारियों को निर्देश दिये कि महिला अधिकारों के तहत दिये जाने वाले कानूनों के तहत कार्य किया जायें। हिन्दुस्थान समाचार/दीपक-hindusthansamachar.in

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