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घबराए नहीं किसान, सूखी फसलों का मिलेगा मुआवजा : मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल

- पानी के अभाव में मड़िहान क्षेत्र के किसानों की सूख गई फसलें ऊर्जा राज्यमंत्री से लगाई गुहार तो दूरभाष पर मिला आश्वासन मीरजापुर, 15 मई (हि.स.)। मड़िहान क्षेत्र के सब्जी का हब सेंटर अमोई पुरवा, टौआ, देवरी दुबार खास है। किसानों द्वारा जायद फसलों में मूंग, उड़द, गोभी, बजर बट्टू, भंटा, नेनुआ, करैला, तरबूज, लौकी, कोहड़ा, खीरा, टमाटर, पालकी, मूली मिर्चा आदि फसलें, जल स्तर नीचे खिसक जाने से सभी बोर पानी देना बंद कर दिए। ऐसे में फसल देखते ही देखते सूख गई और उसे बेसहारा पशुओं ने अपना नेवला बना लिया। हताश किसानों की लागत भी गई और श्रम भी गया। आगे की खरीफ की फसल के लिए पूंजी भी गई, बैंक व उधार व्यवहार से लगाई गई पूंजी के साथ केसीसी भी बकाए में चली गई। किसान सोचे थे कि कोरोना काल में मजे से खेती कर धन अर्जित करेंगे, प्रदेश से बाहर कोरोना काल में नहीं जाएंगे आगे की खेती भी मजे से होगी, किन्तु पानी के अभाव में फसल सूख गया। ऐसे में विवश होकर क्षेत्रीय किसान अपने विधायक व ऊर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर सिंह पटेल से क्षतिपूर्ति पाने के लिए गुहार लगाई है। फोन पर हुई किसानों की बातचीत पर ऊर्जा राज्यमंत्री ने किसानों को आश्वासन दिया है कि वे निराश न हो उनके फसल की नुकसानी की क्षतिपूर्ति दिलाई जाएगी। ऊर्जा राज्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्रीय किसान हताश न हो। सूखी फसलों की जांच कराई जाएगी और हर संभव प्रयास करके जायद फसल में बोई गई सभी सूखी फसलों की क्षति पूर्ति दिलाई जाएगी। क्या है नियम राजस्व विभाग के क्षेत्रीय लेखपाल सूखी फसलों का आकलन कर नायब तहसीलदार को देंगे। इसके बाद तहसीलदार द्वारा सत्यापित कर एसडीएम को भेजेंगे जिनके द्वारा एडीएम वित्त एवं राजस्व को भेजा जाएगा। वहीं, से जिलाधिकारी द्वारा अंतिम मुहर लग कर शासन को पत्रावली भेजी जाती है। यद्यपि सरकार ने राहत आपदा की बेवसाइट भी खोल रखी है। हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर

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