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सहकारी ग्राम विकास बैंक के डूबने से बचाने को हो रहा प्रयास - अंजना श्रीवास्तव

जौनपुर, 04 मार्च (हि.स.)। केराकत तहसील अंतर्गत उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड के वाराणसी मंडल संचालक डॉ अंजना श्रीवास्तव ने कहा कि सहकारी ग्राम विकास बैंक को डूबने से बचाने के लिए हमारी सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है। पिछली सरकार की गलत नीतियों के चलते सहकारी ग्राम बैंक डूबने की स्थिति में आ गयी थी। यह बातें उन्होंने गुरुवार को नगर स्थित सहकारी ग्राम विकास बैंक की शाखा पर लाभार्थियों को ऋण वितरण करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कही। उन्होंने कहा कि मार्च, 2022 तक उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम बैंक में आमूल-चूल परिवर्तन देखने को मिलेगा। दावा किया कि हमने संचालक पद सम्भालने के बाद शासन के मंशाअनुसार ऋण वसूली व ऋण वितरण कार्य को बड़ी ही जिम्मेदारी के साथ निर्वहन किया गया। उन्होंने बताया कि आज प्रदेश के सभी मंडलों में वाराणसी मंडल ऋण वितरण व वसूली में टाप टेन में दूसरे स्थान पर आ गया है। किसानों की स्थिति बेहतर व आय दुगुनी करने के क्रम में केन्द्र सरकार ने वाराणसी मंडल को ऋण वितरण करने हेतु 1550 लाख रुपये की धनराशि दिया है। इस ऋण को पिछड़ी जाति के लोगों में एमबीसी व एफडीसी योजना के तहत मात्र 4% से 6% वार्षिक ब्याज पर ऋण दिया जायेगा। श्रीमती श्रीवास्तव ने बताया कि महिला के लिये एक प्रतिशत कम ब्याज दर होगी। सरकार शीघ्र ही अनुसूचित जाति व सामान्य जाति के लिये भी यही सुविधा देने का कार्यक्रम को शीघ्र अमल में लाने जा रही है। उन्होने बताया कि शीघ्र किसानों के उत्थान हेतु मिनी मैक्रो एटीएम खोलने की योजना चालू होने वाली है। एक मुस्त समाधान योजना के तहत पूरे मंडल में 398 लाख की वसूली दिसंबर माह तक की जा चुकी है। उन्होंने इस अवसर पर महिला किसान ग्राम पसेवां निवासी इन्द्रावती देवी पत्नी रामचंदर को दुग्ध उत्पादन वस्तुओं के कारोबार हेतु दो लाख रुपये का चेक व ग्राम रामपुर बैरिया निवासी रामलाल गिरि को 90 हजार रुपये का ऋण समरसेबल लगाने हेतु दिया। इस अवसर पर पर शाखा प्रबंधक अननिन्द्र पांडेय व शाखा सदस्य राकेश कुमार तिवारी उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार/विश्व प्रकाश

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