वरासत के लम्बित मामले में डीएम ने तहसीलदार पर की कार्रवाई, मांगा स्पष्टीकरण
- लाखों की लागत से कुछ महीने पहले बनी सड़क के खस्ताहाल होने पर जांच कराने का फैसला हमीरपुर, 09 जनवरी (हि.स.)। वरासत सम्बन्धी प्रकरण लम्बित पाये जाने पर जिलाधिकारी ने शनिवार को एक तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई करते हुये स्पष्टीकरण मांगा है वहीं मुस्करा-बंडवा मार्ग की सड़क बनने के कुछ ही दिन बाद खस्ताहाल हो जाने के मामले की जांच के आदेश निर्देश दिये गये है। जिलाधिकारी ज्ञानेश्वर त्रिपाठी आज बिंवार और मुस्करा थाने का निरीक्षण करने के बाद समाधान दिवस पर वरासत सम्बन्धी मामले की समीक्षा कर रहे थे। मुस्करा क्षेत्र में सितम्बर माह के वरासत के प्रकरण लम्बित पाये जाने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जताते हुये सम्बन्धित तहसील के तहसीलदार के खिलाफ स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश दिये है। उन्होंने कहा कि वरासत के सभी प्रकरणों का अभियान चलाकर निस्तारण किया जाये। अभियान के बाद वरासत के मामले यदि लम्बित पाये गये तो दोषियों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जायेगा। जिलाधिकारी ने मुस्करा-बंडवा मार्ग की सड़क के बनने के कुछ ही दिन में खराब हो जाने पर जांच कराये जाने का फैसला किया है। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते कहा कि मानक और गुणवत्ता के साथ यदि सड़क बनायी गयी होती तो इतनी जल्दी ये खराब भी नहीं होती। जिलाधिकारी ने थाने में समाधान दिवस के रजिस्टर देखा और शिकायतों को समय सीमा में निस्तारित करने के निर्देश दिये। कहा कि पिछले समाधान दिवस के प्रकरण लम्बित नहीं रहने चाहिये। कम से कम दस प्रतिशत शिकायतों का उसी दिन निस्तारण किया जाना चाहिये। उन्होंने थाना परिसर में बने महिला हेल्पडेस्क का निरीक्षण किया और महिला हेल्पडेस्क में दर्ज शिकायतों के सम्बन्ध में महिला आरक्षी से पूछताछ भी की। इसके बाद जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र कुमार सिंह के साथ थाना परिसर के कम्प्यूटर कक्ष का निरीक्षण किया। थाना दिवस में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने फरियादियों से रूबरू होते हुये उनकी शिकायतों का समाधान कराया। घूंघट में आयी एक महिला की शिकायत सुनकर जिलाधिकारी ने तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि वरासत को समय से दर्ज किया जाये। इसके प्रकरण लम्बित न रखे जाये। गंभीर प्रकरणों और समस्याओं पर टीमें गठित कर निस्तारण की कार्यवाही की जाये। सरकारी जमीनों में अतिक्रमण हटाने और भूमाफियाओं को चिन्हित कर प्राथमिकता के साथ कड़ी कार्यवाही भी की जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि लेखपालों द्वारा अपने संबंधित ग्राम पंचायत की गौशालाओ की व्यवस्था यथा चारा, पानी, भूसा ,ठंड से बचाव की व्यवस्था/तिरपाल, चौकीदार आदि पर नजर रखी जाए। तथा व्यवस्थाओं के बारे में फीडबैक दिया जाय। पंचायत चुनाव के दृष्टिगत सर्विलांस सिस्टम विकसित कर छोटी बड़ी गतिविधियों पर नजर रखी जाए। इस मौके पर प्रभारी निरीक्षक थाना बिंवार/मुस्करा, कानूनगो लेखपाल तथा अन्य संबंधित मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार/ पंकज/ मोहित-hindusthansamachar.in