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उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के उत्कृष्ट छह ​विवि के कैंपस उप्र में खोलने का दिया प्रस्ताव

-भारत में आस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त बैरी ओ फैरेल से विभिन्न मुद्दों पर की वार्ता -कोरोना के दौरान उप्र ने किया असाधारण परफॉर्मेंस: ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त -उच्च शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल लाइब्रेरी की पहल को बताया क्रान्तिकारी लखनऊ, 26 फरवरी (हि.स.)। भारत में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त बैरी ओ फेरल ने उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा से शुक्रवार को यहां भेंट कर प्रदेश में शिक्षा क्षेत्र में किए गए व्यापक सुधारों की बेहद प्रशंसा की। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का भी भरोसा दिया। उन्होंने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बनाई गई डिजिटल लाइब्रेरी की पहल को भी क्रान्तिकारी बताया। भेंट के दौरान प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं सहित अन्य मुद्दों पर व्यापक विचार विमर्श किया। उप्र के छात्रों को आस्ट्रेलिया में डुवल स्कीम की सुविधा देने का प्रस्ताव उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने भेंट के दौरान ऑस्ट्रेलिया के 06 उत्कृष्ट विश्वविद्यालयों के कैंपस उत्तर प्रदेश में भी खोले जाने के प्रस्ताव दिया, जिस पर ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त ने भी रुचि दिखाई है। उप मुख्यमंत्री ने छात्रों को उच्चतर कौशल विकास की आवश्यकता पर जोर देते हुए प्रस्ताव रखा कि प्रदेश के छात्रों को आस्ट्रेलिया में उच्च शिक्षा की प्राप्ति के दौरान डुवल स्कीम की सुविधा प्रदान किया जाय, जिसके अंतर्गत उच्च शिक्षा में अन्य विषयों के अध्ययन के साथ-साथ तकनीकी एवं व्यवसायिक शिक्षा विशेषकर मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में दक्षता प्रदान की जाय। पर्याप्त वीजा एक्सटेंशन की सुविधा प्रदान करने को लेकर वार्ता इसके साथ ही प्रदेश के छात्रों को वर्क एक्सपीरियंस की प्राप्ति के लिए पर्याप्त वीजा एक्सटेंशन की सुविधा भी प्रदान किए जाने संबंध में वार्ता की गई। इस दौरान प्रदेश में विद्यार्थियों, अध्यापकों तथा शिक्षा से जुड़े सभी व्यक्तियों के मार्गदर्शन तथा अन्य सुविधा के लिए ऑस्ट्रेलिया सरकार के समन्वय से जॉब फेयर, सेमिनार तथा वेबीनार आयोजित किए जाने पर भी वार्ता की गई, जिससे सार्वभौमिकरण के परिप्रेक्ष में उपलब्ध रोजगार को चिह्नित करते हुए उन्हें प्रेरित किया जा सके। भारत में कार्यरत ऑस्ट्रेलियाई कंपनियों को युवा प्रतिभा प्राप्त करने में कठिनाई ना हो इसके लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म की सुविधा प्रदान किए जाने पर भी चर्चा की गई। उप्र और ऑस्ट्रेलिया के बीच में सहयोग की अच्छी संभावना ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त बैरी ओ फैरेल ने कोरोना महामारी के दौरान उत्तर प्रदेश के परफॉर्मेंस को असाधारण करार करते हुए कहा कि ऐसे समय में जब दुनिया के बड़े बड़े देश इस वैश्विक महामारी से कराह रहे थे, उस समय में भारत के मजबूत नेतृत्व एवं जन सहयोग से इस बीमारी के खिलाफ किस प्रकार से जंग लड़ी जाए उसका उदाहरण पेश किया है। ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त ने कहा कि उत्तर प्रदेश और ऑस्ट्रेलिया के बीच में सहयोग की अच्छी संभावना है। नई शिक्षा नीति आने के बाद आस्ट्रेलिया तथा अन्य देशों के विश्वविद्यालयों के लिए उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में कैंपस खोलने के संबंध में संभावनाएं उत्पन्न हुई है। इसके साथ ही हमारे देश की सरकार इस बात पर भी कार्य कर रही है कि कोरोना के बाद भारत के छात्र ऑस्ट्रेलिया आकर पुनः शिक्षा ग्रहण कर सकें। माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा व आईटी इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के प्रति दिखाई रुचि ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त ने माध्यमिक शिक्षा एवं उच्च शिक्षा तथा आईटी इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के प्रति बड़ी रुचि दिखाई। उन्होंने नोएडा क्षेत्र में बन रहे इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग हब का जल्द ही अपनी टीम के साथ दौरा किए जाने की बात भी कही है और आईटी ऐंड इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं पर भी इच्छा जताई है। उन्होंने टेक्सटाइल क्षेत्र में भारत एवं आस्ट्रेलिया के बीच सहयोग बनाए जाने की बात भी की। वाल्टर बर्ली ग्रिफिन को किया याद श्री बैरी ने वाल्टर बर्ली ग्रिफिन के बारे में भी बताया, जो की प्रसिद्ध वास्तुकार थे और उन्होंने ही ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा को डिजाइन किया था। उन्हें लखनऊ शहर से इतना प्यार हो गया की उन्होंने इसे अपना घर बना लिया। उन्होंने पायनियर प्रेस की इमारत, कैपिटल सिनेमा के अंदरूनी हिस्से, लखनऊ विश्वविद्यालय में टैगोर लाइब्रेरी आदि को डिजाइन किया। इन मुद्दों पर भी हुई चर्चा वार्ता के दौरान स्कूल शिक्षा में प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के मेधावी बच्चों का एक्सचेंज प्रोग्राम आयोजित किए जाने, प्रदेश में स्कूल खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को ऑस्ट्रेलिया में उच्च कोटि के प्रशिक्षकों के माध्यम से नि:शुल्क प्रोफेशनल प्रशिक्षण कैंपस की सुविधा प्रदान किए जाने, ऑस्ट्रेलिया सरकार द्वारा विशेष खेल छात्रवृत्ति एवं स्पॉन्सरशिप प्रदान किए जाने, ऑस्ट्रेलिया में शिक्षण एवं मूल्यांकन हेतु उपयोग में लाई जा रही डिजिटल तकनीक, एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत ऑनलाइन शिक्षण मोड एवं अन्य नवाचारी शिक्षण प्रक्रियाओं की जानकारी प्राप्त करने हेतु प्रदेश के शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं शिक्षकों द्वारा ऑस्ट्रेलिया में जाकर अध्ययन एवं विशेषज्ञों से ऑनलाइन इंटरएक्टिव संवाद किए जाने के सम्बन्ध में भी चर्चा की गई। हिन्दुस्थान समाचार/संजय

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