सीबीसीआईडी अफसरों को प्रतीक्षारत में रखने को सार्वजनिक करने की मांग
लखनऊ, 03 अप्रैल (हि.स.)। पूर्व आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने सीबीसीआईडी के दो वरिष्ठतम अफसरों को अचानक आधी रात में कथित रूप से "लोकहित” में प्रतीक्षारत किये जाने के कारणों को लोकहित में सार्वजनिक किये जाने की मांग की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे पत्र में अमिताभ ने कहा कि कथित रूप से यह आदेश “लोकहित” में पारित किया गया। किन्तु आम चर्चा है कि उन दोनों अफसरों द्वारा विगत दिनों की गयी कार्यवाहियों के कारण हटाया गया, क्योंकि इन कार्यवाहियों से सत्ता में बैठे ताकतवर लोगों को क्षति पहुंच रही थी। इनमें थाना मड़ियाव, लखनऊ फर्जी केस में बेगुनाह को जेल भेजने के मामले में पुलिसवालों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाए जाने। मथुरा के कोसीकलां में आठ वर्ष पूर्व हुए सांप्रदायिक दंगों में दो लोगों को जिन्दा जलाने के मामले में की जा रही निष्पक्ष कार्यवाही प्रमुख हैं। अमिताभ ने कहा कि संभव है कि ये बातें गलत हों पर लोकहित में यह आवश्यक है कि इन दोनों अफसरों को इस प्रकार अचानक हटाये जाने के “लोकहित” को सार्वजनिक किया जाये। हिन्दुस्थान समाचार/दीपक