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बेटियां बोझ न लगे, इसलिए प्रधानमंत्री ने शुरू की सुकन्या समृद्धि योजना : उपेन्द्र तिवारी

खेल एवं युवा कल्याण मंत्री ने कहा, आज महिलाएं हर क्षेत्र में बढ़-चढ़कर ले रहीं हिस्सा -150 महिलाओं को किया गया सम्मानित जौनपुर, 08 मार्च (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सोमवार को मां दुर्गा इंटर कॉलेज में मेगा इवेन्ट आयोजन किया गया। मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत हुए कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वाली 150 महिलाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) खेल, युवा कल्याण एवं पंचायती राज विभाग उत्तर प्रदेश व जिले के प्रभारी मंत्री उपेंद्र तिवारी ने किया। उपेन्द्र तिवारी ने कहा कि बेटियां किसी को बोझ न लगे इसलिए प्रधानमंत्री के द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना शुरू की गई तथा ’’दो बच्चों का निर्णय महान, बेटा-बेटी एक समान’’ का नारा दिया। नारी सशक्तिकरण तथा महिला सम्मान के लिए ’’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’’, ’’कन्या सुमंगला योजना’’ बाल संरक्षण सेवा, रानी लक्ष्मी बाई महिला एवं बाल सम्मान कोष तथा अन्य योजनाएं चलाई गई जो महिलाओं पर आधारित है। महिला शक्ति का सम्मान बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा कार्य किया गया। उन्होंने कहा कि आज नारी क्षमता को पहचानने की आवश्यकता है। आज महिलाएं हर क्षेत्र में बढ़ चढ़कर कार्य कर रही हैं तथा सफलता पा रही हैं। राज्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 180 दिनों के लिए प्रदेश के सभी जिलों में मिशन शक्ति अभियान चलाया जा रहा है, जिससे महिलाओं को जागरूक तथा सशक्त किया जा सके। उपेन्द्र तिवारी ने कहा कि महिलाओं की प्रतिभा निखारने एवं नारी सशक्तिकरण के लिए उत्तर प्रदेश के प्रत्येक मुख्यालय में बड़े हर्षोल्लास के साथ अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित कर प्रोत्साहित करना है। विधायक मड़ियाहूं लीना तिवारी ने कहा कि अक्सर जिनकी प्रशंसा को हम अनकही शब्दों पर हम छोड़ देते हैं आज हम सब मिलकर उस नारी को नमन करते हैं। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास 108 साल पुराना है और इसकी पहली शुरुआत 1909 में हुई थी, जब वहां की महिलाएं अपने अधिकार की रक्षा के लिए सड़कों पर उतर आई थी। लेकिन इसको सही आयाम 1975 में संयुक्त राष्ट्र ने दिया तब से लेकर आज तक इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है। हिन्दुस्थान समाचार/विश्व प्रकाश/दीपक

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