बलिया में बेकाबू हुई कोरोना की रफ्तार, रोज मिल रहे कोरोना मरीज

बलिया में बेकाबू हुई कोरोना की रफ्तार, रोज मिल रहे कोरोना मरीज
बलिया में बेकाबू हुई कोरोना की रफ्तार, रोज मिल रहे कोरोना मरीज

बलिया, 05 जुलाई (हि.स.)। मर्ज बढ़ता गया ज्यों-ज्यों दवा की...। वह वाक्य इन दिनों बलिया में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सटीक बैठ रहा है। जिला प्रशासन कोरोना को रोकने के लिए लाख जतन कर रही है, इस पर फिलहाल लगाम लगती नहीं दिख रही। शनिवार को भी 18 कोरोना पॉजिटिव केस मिले थे। जबकि जिले में कोरोना का पहला केस 11 मई को मिला था। तब से लेकर आज तक दो माह होने को हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा दो सौ के करीब पहुंचता दिख रहा है। जबकि इसके लिए जिला प्रशासन ने हर वो प्रोटोकॉल लागू किया, जिसे सरकार ने निर्धारित किए हैं। जहां कोरोना केस मिले, उस एरिया को कंटेनमेंट जोन बनाया गया। उस एरिया को सील किया गया। उस इलाके में रहने वाले लोगों की बड़े पैमाने पर सैम्पलिंग की गई। जिले भर में लोगों को मास्क पहन कर ही निकलने की छूट दी गई। बावजूद इसके कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। 6348 कोरोना संदिग्धों की टेस्टिंग हो चुकी है। इसमें 172 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। अस्पताल व सरकारी कार्यालयों तक पहुंचा कोरोना जिले में कोरोना ने हर जगह दस्तक दे दी है। यहां तक कि जिला अस्पताल में कार्यरत एक चिकित्सक को भी कोरोना ने अपनी चपेट में लिया है। इसके अलावा स्टेट बैंक की मुख्य शाखा व जिला पूर्ति कार्यालय के एक-एक कर्मचारी भी कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। कोरोना का सबसे अधिक कोहराम शहर में है। शहर का शायद ही कोई मोहल्ला हो, जहां कोरोना के केस न मिले हों। करीब पचास मरीज शहर के ही हैं। समूचा शहर एक तरह से कैंटेनमेंट जोन(जोखिम क्षेत्र) बन गया है। जिलाधिकारी ने शहर में 10 जुलाई तक पूर्णबन्दी कर दी है। लोगों की लापरवाही पड़ रही भारी कोरोना के मामलों में बेतहाशा वृद्धि के पीछे सबसे बड़ा कारण आमलोगों में लापरवाही है। प्रशासन द्वारा दी जा रही छूटों का लोग बेजा फायदा उठा रहे हैं। शुरुआती पूर्णबन्दी के दौरान लोगों में जागरूकता दिखी थी। जो पिछले एक महीने में गायब हो गई। बाजारों में लोग ऐसे निकल रहे हैं, मानो कोरोना नाम की कोई बीमारी आयी ही न हो। माना जा रहा है कि लोगों की लापरवाही का और उस पर प्रशासन की अनदेखी के कारण ही कोरोना के मामले जिले में तेजी से बढ़े हैं। क्योंकि अभी कोरोना के जो नए मामले आ रहे हैं, उनमें ज्यादातर मरीजों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। शहर में ही जितने मरीज मिले हैं, उनमें से 30 लोगों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। हिन्दुस्थान समाचार/पंकज/राजेश-hindusthansamachar.in

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