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दिव्यांगजनों को शिक्षित करने के लिए संवेदना जरूरी - कमिश्नर

- साइंस लैंग्वेज ब्रेल रीडिंग एंड राईटिंग विषय पर आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ गोरखपुर, 22 मार्च (हि.स.)। बेसिक शिक्षा एवं समेकित शिक्षा विभाग द्वारा गोकुल अतिथि भवन में सोमवार को तीन दिवसीय मंडल स्तरीय साइंस लैंग्वेज ब्रेल रीडिंग एंड राईटिंग और इंटेलेक्चुअल डिसएबिलिटी विषय पर आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ कमिश्नर जयंत नर्लिकर ने किया। इस मौके पर एडी बेसिक डॉ सत्यप्रकाश त्रिपाठी भी मौजूद रहे। श्री नर्लिकर ने कहा कि दिव्यांगजन को पढ़ाने के लिए अंदर संवेदना होनी चाहिए और हम सभी का परम सौभाग्य है कि हमारी यह भूमि संवेदना से भरी हुई है। बाबा गोरक्षनाथ, महान सूफी संत कबीर व महात्मा बुद्ध ने अपना आशीर्वचन यहां दिया है। उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चों के लिए स्पेशल एजुकेटर का यह ट्रेनिंग मुख्य रूप से संवेदना पर है। हमारे स्पेशल एजुकेटर को पहले अपनी संवेदना को जगाना होगा तथा सकारात्मक रहना होगा, क्योंकि आपको परमात्मा ने इतने महत्वपूर्ण कार्य के लिए चुना है। उन्होंने कहा कि आप सभी इन बच्चों को शिक्षित कर उन्हें मुख्यधारा में लाकर स्वावलंबी बनाने में अपना योगदान दें। गोरखपुर मंडल के एडी बेसिक डॉ सत्यप्रकाश त्रिपाठी जी ने कहा कि आप सभी इस प्रशिक्षण के माध्यम से और बेहतर होंगे। इस प्रयास से दिव्यांगजन समाज की मुख्यधारा में आएंगे और समाज और राष्ट्र के सामने एक अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करेंगे। कार्यक्रम में मुख्य रुप से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गोरखपुर बीएन सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महाराजगंज ओपी यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवरिया संतोष कुमार राय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कुशीनगर विमलेश कुमार सहित कई लोग उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार/पुनीत

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