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चित्रकूट जेल कांड : मुख्तार के करीबी व पश्चिम उप्र के बदमाश की हत्या के बाद मारा गया पूर्वांचल का गुंडा

(अपडेट) — वर्चस्व को लेकर दोनों गुटों में कुछ समय से जेल में चली आ रही जंग खूनी संघर्ष में बदली चित्रकूट, 14 मई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिला कारागार में शुक्रवार को बंद दो कैदी गुटों में गैंगवार की घटना सामने आई है। इसमें पूर्वांचल के एक बदमाश ने बंद मुख्तार अंसारी गैंग के खास गुर्गे व पश्चिमी उप्र के कुख्यात बदमाश की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद हमलावर बदमाश द्वारा पांच अन्य कैदियों को बंधक बनाकर जान से मारने की धमकी दी जाने लगी। इस दौरान अफसरों ने उसे समझाने का प्रयास किया, लेकिन उसके आत्मसमर्पण न करने पर जेल सुरक्षा बलों ने हमलावर पूर्वांचल के बदमाश को मार गिराया। जेल में गैंगवार की घटना के बाद जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक जेल में सभी बैरकों की तलाशी की कार्यवाही में जुट गए हैं। दरअसल, चित्रकूट जिला कारागार में कुछ समय पूर्व यूपी एसटीएफ द्वारा गोरखपुर में पकड़े गए पूर्वांचल के बदमाश अंशु दीक्षित पुत्र जगदीश को जिला जेल सुल्तानपुर से स्थानांतरित कर लाया गया था। बताया जाता है कि अंशु सीतापुर का रहने वाला है और पूर्वांचल में अपराध में उसकी अच्छी पैठ है। इसी तरह सहारनपुर से प्रशासनिक आधार पर पश्चिमी उप्र के कुख्यात बदमाश मुकीम काला व बनारस जिला जेल से प्रशासनिक आधार पर मुख्तार अंसारी गैंग का खास गुर्गा मेराज अली भी इन दिनों चित्रकूट की जेल में बंद थे। तीनों की बदमाशों के बीच जेल में अपने-अपने वर्चस्व को लेकर अदावत चल रही थी। शुक्रवार को सुबह वर्चस्व की जंग उस वक्त चरम पर पहुंच गई जब पूर्वांचल से आने वाले बदमाश अंशु दीक्षित ने खूनी संघर्ष में मुख्तार अंसारी गैंग के गुर्गे मेराज अली व पश्चिम उप्र से आने वाले कुख्यात बदमाश मुकील काला को असलहे की नोक पर ले लिया। इस बीच दोनों गुटों के बीच संघर्ष हुआ और अंशु ने मेराल व मुकीम को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद उसके आंखों में खून उतर आया और असलहे के बल पर उसने पांच कैदियों को बंधक बनाकर जमकर तांडव किया। जेल में गैंगवार व कई राउंड फायरिंग की घटना से जेल प्रशासन में खलबली मच गई। कारागार में बदमाशों में गैंगवार की घटना की सूचना मिलते ही बिना समय गवांए जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल, पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल कई थानों का पुलिस बल जेल पहुंचा और अंशु से बंधक कैदियों को छोड़ने व आत्मसमर्पण किए जाने की जद्दोजेहद शुरु की गई। अफसरों की तमाम कोशिशों के बावजूद बदमाश अंशु उन्हें जान से मारने की धमकी देता रहा। इसके बाद आखिरकार जिला, पुलिस प्रशासन व जेल प्रशासन द्वारा एनकाउंटर में अंशु दीक्षित भी मार दिया गया। गैंगवार व जेल में बंद तीन कैदियों की मौत की घटना पर कारागार में तलाशी कराई जा रही है। बताते चलें कि, उत्तर प्रदेश में बागपत जिला जेल में माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद जिला कारागार में कैदियों के बीच खूनी संघर्ष का यह दूसरा सबसे बड़ा मामला सामने आया है। हिन्दुस्थान समाचार/रतन/मोहित/विद्या कान्त

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