मुख्यमंत्री की कागजी सख्ती और बड़बोलापन लोगों की जिन्दगी पर पड़ रहा भारी : अखिलेश
लखनऊ, 09 जनवरी (हि.स.)। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा है कि प्रदेश में भाजपा के कुशासन के चलते अपराधियों को खुली छूट मिली हुई है। मुख्यमंत्री की कागजी सख्ती और बड़बोलापन लोगों की जिन्दगी पर भारी पड़ रहा है। महिलाओं, बच्चियों से छेड़खानी, दुष्कर्म और हत्या की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा पर असंवेदनशील और असफल भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश दुराचार प्रदेश बन गया है। सरेआम राजधानी में भी गोलियां चल रही हैं। दहशत के इस माहौल में भी मुख्यमंत्री जी ठोक दो और राम नाम सत्य कर दो का जाप अलाप रहे हैं। अखिलेश यादव ने विभिन्न आपराधिक घटनाओं को जिक्र करते हुए सरकार पर कटाक्ष किया। वहीं कहा कि इसके अलावा सत्ता संरक्षित जानलेवा शराब का धंधा भी खूब चल रहा है। बुलन्दशहर के जीतगढ़ी में जहरीली शराब पीकर कई लोगों की जाने गई, गत तीन वर्षों में कई जिलों में शराब पीकर मरने वालों की गिनती बढ़ती गई है। पुलिस की लापरवाही ने कितने ही परिवारों को बेसहारा कर दिया है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही इन दिनों अपराध की दुनिया में साइबर ठगी का भी जोर चल रहा है। बैंक या बीमा अधिकारी बनकर फोन पर लोगों से निजी जानकारी हासिल कर उनके खातों से लाखों रुपये उड़ाने के मामले अब आए दिन थानों में दर्ज हो रहे है। ज्यादातर मामलों में न अपराधी पकड़ में आते है न हड़पी गई रकम वसूल हो पाती है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा राज में बढ़ते अपराधों से उत्तर प्रदेश विश्व में कुख्यात हो गया है। कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है। जनता का भरोसा भी भाजपा सरकार से टूट गया है। आशा की जाती है कि अपने संवैधानिक दायित्व का निर्वहन करते हुए राज्यपाल प्रदेश में बढ़ते अपराधों का संज्ञान अवश्य लेंगी। उन्होंने कहा कि अपराध नियंत्रण भाजपाई मुख्यमंत्री के वश में नहीं। मुख्यमंत्री जी जाने किस आधार पर कहते हैं कि अपराधियों ने प्रदेश छोड़ दिया है जबकि अपराधियों ने नहीं, अपराध नियंत्रण के लिए जिम्मेदार अफसरों ने ही अपना दायित्व निभाना छोड़ दिया है। हिन्दुस्थान समाचार/संजय/दीपक-hindusthansamachar.in