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मुख्यमंत्री योगी 11 को आएंगे धर्मनगरी चित्रकूट, करेंगे पांच दिवसीय राष्ट्रीय रामायण मेले का उद्घाटन

- ऐतिहासिक मेले में देश भर के विद्वान शिरकत कर देंगे प्रस्तुतियां, तैयारियां हुई पूरी चित्रकूट, 05 मार्च (हि.स.)। भगवान श्रीराम की तपोस्थली में राष्ट्रीय रामायण मेले का 48वां महोत्सव 11 से 15 मार्च तक आयोजित होगा। मेले में रामकथा के मर्मज्ञों, विद्वानों के व्याख्यान, भारतीय संस्कृति, राष्ट्रीय एकता, साम्प्रदायिक सौहार्द को संपुष्ट बनाने के रसात्मक एवं बोधात्मक कार्यक्रम किए जाएगें। शुक्रवार को सीडीओ अमित आसेरी ने रामायण मेला परिसर पहुंचकर चल रही तैयारियों का जायजा लिया। मेले का उद्घाटन उत्तर के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किये जाने की संभावना है। यह जानकारी शुक्रवार को राष्ट्रीय रामायण मेला के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश करवरिया व महामंत्री करुणाशंकर द्विवेदी ने संयुक्त रूप से सीतापुर स्थित रामायण मेला भवनम में पत्रकारों से रूबरू होकर दी है। उन्होने बताया कि मेले का उद्घाटन 11 मार्च को सीएम योगी आदित्यनाथा करेंगें। मेले में विभिन्न भाषाओं एवं प्रदेशों के रामायण के अधिकारी व विद्वानों के रामकथा पर व्याख्यान होंगें। मेला अवधि में नित्य प्रख्यात संतो, व्यासो, कथा वाचकों के भक्तिपरक प्रवचन होंगें। उन्होंने बताया कि उत्तर से दक्षिण तथा पूरब से पश्चिम के सुदूरवासी रामकथा मर्मज्ञों, विद्वानो, संतों, उत्कृष्ट कलाकारों का अभूतपूर्व संगम होगा। सायंकालीन रामकथा पर आधारित शास्त्रीय नृत्य, संगीत, अभिनय, रामायण वैले, रामलीला, रासलीला, कठपुतली नृत्य आदि की रसव्यंजक एवं बोधप्रद प्रस्तुतियां की जाएगी। इसके अलावा रामकथा कला प्रदर्शनी के साथ अन्य विभागीय प्रदर्शनी का कलात्मक दृश्यांकन होगा। मेले में नित्य प्रातः सात बजे से रामायण अर्चना होगी। भजन संगीत पूर्वान्ह 11 बजे से प्रारंभ होंगें। इसी क्रम में रामकथा के प्रख्यात विद्वान प्रवचन, गोष्ठी में चर्चा करेंगें। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में देश की ख्यातिलब्ध मण्डलियां रामलीला प्रस्तुत करेंगें। इसके पूर्व सायं सात बजे से श्रीराम एवं श्रीकृष्ण काव्यों के आधार पर नृत्य संगीत, रामायण वैले आदि कार्यक्रमों का आयोजन होगा। राष्ट्रीय रामायण मेले के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश करवरिया ने बताया कि देश में विभिन्न भाषाओं में लिखी गई रामायण के प्रख्यात प्रवक्ता, संत, मनीषियों ने मेले में भागीदारी करने की स्वीकृति प्रदान की है। जिनमें पदमविभूषित जगदगुरु रामभद्राचार्य, जगदगुरु रामानुजाचार्य, स्वामी वासुदेवाचार्य अयोध्या, जगदगुरु रामस्वरूपाचार्य के अलावा चित्रकूट के सभी अखाड़ों के महंतों सहित संत-महात्मा मेला की शोभा बढ़ाएगें। रामकथा के शोधपरक मर्मज्ञ विद्वानों में प्रो. मिथला प्रसाद त्रिपाठी इंदौर, डॉ देवेन्द्रचन्द्र दास गुवाहटी, डॉ अशोक कुमार द्विवेदी चेन्नई, डॉ बंगरैया शर्मा हैदराबाद, डॉ अवधेश शुक्ला वर्धा, पं0 रामदेव शर्मा मुजफ्फरपुर, मानस मुक्ता यशुमती बिहार, डा सभापति मिश्रा प्रयागराज, लक्ष्मण शिवहरे नागपुर आदि प्रतिभाग करेंगें। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उप सांस्कृतिक क्षेत्र प्रयागराज के कलाकार 12 एवं 14 मार्च को लोक नृत्य एवं लोकगीत प्रस्तुतियां देंगें। सूचना एवं संस्कृति विभाग के कलाकार प्रतिदिन विविध कार्यक्रम करेंगें। 13 मार्च को कथक केन्द्र नई दिल्ली, नटवरी नृत्य एवं यश चौहान नई दिल्ली ध्वनि एवं प्रकाश के माध्यम से संपूर्ण रामायण 14 मार्च, गुरु राजकिशन महाराज नई दिल्ली लघु रामायण एवं 15 मार्च को गुरु राजेन्द्र नई दिल्ली के दल पुरुषोत्तम नृत्य नाटिका, 11 मार्च को पर्णिका श्री का कथक नृत्य आकर्षण का केन्द्र रहेंगें। हिन्दुस्थान समाचार/ रतन

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