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कहर बरपा रहे कोरोना महामारी के शमन के लिए सवा पांच लाख श्री हनुमान चालीसा पाठ का जप

-आरएसएस के आनुषांगिक संगठन कुटुम्ब प्रबोधन काशी प्रांत की पहल,शामिल हुए समाज के सभी वर्ग के लोग वाराणसी, 18 मई (हि.स.)। कहर बरपा रहे वैश्विक महामारी कोरोना के शमन के लिए मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आनुषांगिक संगठन कुटुम्ब प्रबोधन काशी प्रांत के आह्वान पर सवा पांच लाख श्री हनुमान चालीसा पाठ का जप किया गया। इस महाजप में शामिल होने के लिए देश भर के सन्त-महात्माओं, उद्यमी, आम आदमी, सामाजिक कार्यकर्ताओं, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधि सुबह आठ बजे से ही तैयार हो गये। सुबह 8:30 बजे से शुरू महाअनुष्ठान में भाग लेने के बाद लोग सोशल मीडिया पर इसका लिंक डाल कर अपने भागीदारी को बता उत्साहित दिखे। कार्यक्रम में आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक अनिल, काशी प्रांत प्रचारक रमेश, कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव, अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री जितेन्द्रानंद सरस्वती, स्वामी आशुतोषानंद, वेंकट रमन, श्री धर्मसंघ शिक्षामंडल के सचिव पंडित जगजीतन पांडेय,स्वामी राम कमल दास,समाज सेवी मोहिनी झंवर,अधिवक्ता राजेन्द्र पांडेय,सेन्ट्रल बार के पूर्व अध्यक्ष अधिवक्ता विवेक शंकर तिवारी, अधिवक्ता शशांक शेखर त्रिपाठी, दयाशंकर खेमका, जालांस ग्रुप सहित संघ के पदाधिकारियों, सभी आनुषांगिक संगठनों के पदाधिकारी, कार्यकर्ता, विभिन्न धर्माचार्यों, शिक्षाविदों आदि ने भागीदारी की। पूरे कार्यक्रम का काशी कुटुम्ब प्रबोधन प्रांतीय टोली की महत्वपूर्ण इकाई कविता मालवीय ने फेसबुक पर लाइव कराकर पूरे कार्यक्रम को जीवंत बना दिया। कुटुम्ब प्रबोधन काशी के प्रांत संयोजक डॉ. शुकदेव त्रिपाठी ने बताया कि सुबह 8.30 से रात 09.30 बजे तक चलने वाले इस अनुष्ठान से अब तक प्रांत के सभी जिलों से 25 हजार से अधिक परिवार भागीदारी कर रहे है। कहा कि मानव समाज की रक्षा के लिए हम सभी को यह पाठ कर संकट मोचक श्री हनुमान जी महाराज जी से कोरोना से मुक्ति दिलाने के लिए गुहार लगानी चाहिए। डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि विश्व के सबसे बड़े इस अनुष्ठान में सम्मिलित होकर श्रद्धालुओं ने पांच बार 'श्रीराम जय राम जय जय राम' महामंत्र का जाप कर 11 बार श्री हनुमान चालीसा का पाठ किया। श्री हनुमान जी इस सृष्टि के प्रत्यक्ष देवता हैं, सभी प्रकार के दुख, विपत्ति व महामारियों के मोचक हैं, इसीलिए उन्हें संकट मोचन भी कहा जाता है। उनके सामूहिक आराधना से निश्चित ही इस भीषण आपदा से मुक्ति मिलेगी, ये जनमानस में विश्वास है। इनकी भी रही भागीदारी सवा पांच लाख श्री हनुमान चालीसा पाठ जप में जगतगुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, कैवल्य दास, संत ब्रज चैतन्य महाराज, निरंजनी अखाड़ा तेलंगाना, गायत्री संत सिद्धेश्ररानंद महाराज, जगतगुरु स्वामी रामकमल दास वेदांती, स्वामी शंकरानन्द महराज गुंटूर, प्रो पीके मिश्रा, उपकुलपति तकनीकी विश्वविद्यालय रांची, आईआईए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके चौधरी, जगतगुरु दांडी स्वामी अनंतानंद सरस्वती महाराज, कथावाचक शान्तनु महाराज, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के अर्चक पं.श्रीकांत मिश्र, केशव जालान चेयरमैन जालान्स ग्रुप, रामनगर गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी अध्यक्ष रविन्द्र सिंह आदि ने भी उत्साह के साथ भागीदारी की। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर

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