बिंवार कांड के आरोपितों की गिरफ्तारी को सीबीसीआईडी ने की छापेमारी
- टीम की भनक लगते ही चार आरोपित फरार हमीरपुर, 16 फरवरी (हि.स.)। बिंवार कांड के आरोपितों की धरपकड़ के लिये मंगलवार को सीबीसीआईडी की टीम ने आरोपितों के यहां छापेमारी की। हालांकि छापेमारी से पहले ही आरोपित फरार हो गये। बता दे कि, 25 जुलाई 2015 को बिंवार कस्बे में छात्रा ने शोहदों की छेडख़ानी और मारपीट से तंग आकर आत्मदाह कर लिया था। इस घटना से ग्रामीणों ने शव सड़क पर रखकर जाम लगाकर हंगामा किया था। भीड़ ने पुलिस के वाहनों पर आग लगाकर थाने में पथराव किया था जिस पर पुलिस ने फायरिंग की थी। गोली लगने से छात्र रोहित पांडेय की मौत हो गयी थी वहीं कल्लू खां व जयकरन गोली लगने से घायल हुये थे। कई पुलिस कर्मी भी पथराव में घायल हुये थे। उस समय प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार थी। गांव वालों ने एक महीने तक लगातार धरना प्रदर्शन किया था। भाजपा के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई ने भी यहां आकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था। उन्होंने पूरी घटना की सीबीसीआईडी से जांच कराये जाने की मांग की थी। सीबीसीआईडी की जांच में बिंवार कस्बे के दस युवकों को आरोपित बनाया गया था। छुटकू उर्फ उमाशंकर शुक्ला, विपिन कुमार, आनंद पाठक, गिरीश कुमार आदि आरोपितों के जमानत न कराने पर अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किया था। सीबीसीआईडी के एसआई विनोद कुमार चौहान ने चारों आरोपितों के घर जाकर छापेमारी की लेकिन इससे पहले ही आरोपित भाग गये। सीबीसीआईडी के एसआई ने थानाध्यक्ष ओमप्रकाश यादव को आरोपितों की धरपकड़ कर जेल भेजने के लिये वारंट सौंप दिया है। टीम के एसआई ने बताया कि आरोपितों के अदालत में हाजिर न होने पर कुर्की की कार्यवाही की जायेगी। हिन्दुस्थान समाचार/ पंकज-hindusthansamachar.in