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समूह से जुड़कर महिलाओं ने पकड़ी आत्मनिर्भरता की राह

- शराब बनाने के लिए बदनाम गांव में अब महिलाएं बनाती हैं बैग व ड्रेस मीरजापुर, 19 जून (हि.स.)। अवैध शराब बनाने के लिए बदनाम सिटी ब्लाक के पड़रा हनुमान गांव में अब स्वयं समूह की महिलाएं बैग, स्कूल ड्रेस व मास्क बना रही हैं। साथ ही समूह से जुड़कर मुर्गी पालन व सब्जी की खेती कर महिलाओं ने आत्मनिर्भरता की राह पकड़ ली है। समूह से जुड़ने के बाद महिलाओं के जीवन में काफी बदलाव आ रहा है। इसमें तत्कालीन सीडीओ अविनाश सिंह के साथ ही उपायुक्त स्वतः रोजगार डा. घनश्याम प्रसाद की विशेष भूमिका रही। उन्होंने विचारों से लोगों को बदलने की मुहिम आरम्भ की। सिटी के पड़रा हनुमान स्वयं सहायता समूह की महिलाएं आजीविका सम्बंधी गतिविधियों को करते हुए गांव में व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ संघर्ष कर रही हैं। पुरुष समाज का शराब के नशे में धुत रहने के खिलाफ आवाज उठाकर इस बुराई को गांव से मुक्त करा दिया है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से संचालित योजनाओं से लाभांवित होते हुए प्रशिक्षण प्राप्त किया। आजीविका सम्बंधी कार्य कर आत्मनिर्भर बन रही हैं। सीडीओ ने महिलाओं को रोजगार देने का प्रयास किया और स्वयं सहायता समूह का गठन कराया। उनके निर्देशन में महिलाओं ने विकास का कदम आगे बढ़ाया तो सफलता आज कदम चूम रही हैं। शीतला प्रेरणा स्वयं सहायता समूह की सुनीता ने आगे बढ़कर समूह बनाया और महिलाओं को एक नई दिशा दी। महिलाओं ने इस बार बेसिक शिक्षा विभाग से संचालित 20 परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए ड्रेस बनाया है। इन समूह की महिलाओं से बनाए गए ड्रेस को बच्चे पहन रहे हैं। मुर्गी पालन कर 15 हजार कमा रही चंदा देवी सूरज स्वयं सहायता समूह की चंदा देवी मुर्गी पालन करके प्रति माह लगभग 10 से 15 हजार की आमदनी कर रही है। कहा कि स्वयं सहायता समूह से जुड़कर उनके जीवन में नया सवेरा आया है, आज वह आत्मनिर्भर बन गई हैं। सब्जी उगा परिवार का कर रही पालन-पोषण कमल स्वयं सहायता समूह से जुड़कर पड़रा हनुमान की सावित्री देवी, जड़ावती देवी आज सब्जी की खेती कर रही हैं। जिला प्रबंधक दशरथ मिश्रा ने बताया कि सब्जी की खेती करके आत्मनिर्भर बनकर अपने परिवार का जीविकोपार्जन कर रही है। कोविड-19 आपदा से निपटने में भी समूह की महिलाओं ने बढ़ चढ़कर सहभागिता की। समूह की महिलाओं ने लोगों को सस्ते दर पर मास्क तैयार कर लोगों को मुहैया कराया। मिसाल बन रही महिलाएं ग्रामीण क्षेत्रों में समूह की महिलाओं के तैयार मास्क की काफी मांग रही। सुनीता ने ड्रेस बना घर को संवारा। पड़रा हनुमान की सुनीता महिलाओं के लिए मिसाल बन रही हैं। जीवन में कुछ अलग कर गुजरने की चाह रखने वाली सुनीता ने स्वयं सहायता समूह का गठन किया और बच्चों के लिए बैग व ड्रेस बनाने का निर्णय लिया। बच्चों का ड्रेस बनाकर अपना आर्थिक उन्नति करके जीवन यापन कर रही हैं। साथ ही अन्य महिलाओं को आत्मनिर्भर भी बना रही हैं। एक नई पहचान के साथ उभरेगा गांव उपायुक्त, स्वतः रोजगार डॉ.घनश्याम प्रसाद ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत पड़रा हनुमान में शीतला प्रेरणा स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया। समूह के गठन से महिलाएं जागरूक व आत्मनिर्भर बन रही हैं। आशा है कि ऐसे ही काम चलता रहा तो गांव एक नई पहचान के साथ उभरेगा। हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/विद्या कान्त

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