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बजट सत्र : विस में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा, विपक्ष ने उठाया सवाल

लखनऊ, 23 फरवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा हुई। इस दौरान विपक्ष ने राज्यपाल के सात मिनट विलंब से अभिभाषण पढ़ने पर सवाल उठाया और कहा कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अभिभाषण पढ़ना ही नहीं चाहती थीं। नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि शायद राज्यपाल का अभिभाषण पढ़ने का मन ही नहीं था। इसी कारण उन्होंने करीब सात मिनट विलंब से अभिभाषण पढ़ना प्रारम्भ किया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आनंदीबेन पटेल गुजरात की मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश की राज्यपाल भी रह चुकी हैं। सदन की कार्यवाही से वह भलीभांति परिचित हैं। ऐसे में उनके अभिभाषण में विलंब क्यों हुआ, यह स्वयं में एक सवाल है। चर्चा के दौरान श्री चौधरी ने योगी सरकार के कामकाज पर भी सवाल खड़ा किया और कहा कि यह सरकार कहती है कि सबका साथ सबका विकास, लेकिन धरातल पर यह कुछ लोगों का साथ कुछ लोगों का ही विकास करती है। किसानों के आंदोलन और प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर भी नेता प्रतिपक्ष ने सरकार का घेराव किया। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक दल के नेता लालजी वर्मा ने भी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह अभिभाषण पढ़ना ही नहीं चाहती थीं। इसीलिए उन्होंने विलंब किया। बसपा दल के नेता ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार की झूठी उपलब्धियां गिनाई गई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना महामारी से लोगों को बचाने का ढिढोरा पीट रही है, जबकि हकीकत यह है कि जिन लोगों को कोरोना का संक्रमण नहीं हुआ, उनकी इम्युनिटी बेहतर थी। इसमें सरकार का कोई योगदान नहीं रहा। लालजी वर्मा ने भी प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि योगी सरकार में उप्र के अंदर जंगल राज कायम है। उधर, कांग्रेस विधायक दल की नेता अराधना मिश्रा मोना ने राज्यपाल का अभिभाषण के लिए सात मिनट का विलंब होना दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने भी कहा कि इससे लगता है कि राज्यपाल अभिभाषण पढ़ने की इच्छुक नहीं थीं। कांग्रेस विधायक दल की नेता ने अपने संबोधन के दौरान आवारा पशुओं के मुद्दे पर सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर की गोशालाओं में गोवंश मर रहे हैं और सरकार अपनी उपलब्धियों का ढिढोरा पीट रही है। किसानों, महिलाओं और मजदूरों के मुद्दे पर भी उन्होंने सरकार को घेरा और प्रदेश की कानून व्यवस्था विशेषकर महिलाओं के प्रति बढ़ रहे अपराधों की चर्चा की। हिन्दुस्थान समाचार/पीएन द्विवेदी

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