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कोरोना काल में फल सब्जी किसानों की टूटी रीढ़, नहीं मिल रहा फसल का लागत मूल्य भी

गाजियाबाद, 22 मई (हि.स.)। कोरोना की दूसरी लहर में फल सब्जी किसानों की रीढ़ टूट गयी है। हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि साहिबाबाद सब्जी मंडी में किसान फल व सब्जी लेकर आते हैं लेकिन यहां आने पर उन्हें ग्राहक नहीं मिल पा रहे हैं। इस कारण उन्हें फल व सब्जी की लागत भी नहीं निकल पा रही है। इसको लेकर किसानों के चेहरों पर परेशानी साफ दिखती है। पिछला पूरा साल भी लॉकडाउन के चलते पूरा सीजन पिट गया था और इस बार भी लगभग कुछ ऐसा ही हाल है। साहिबाबाद सब्जी मंडी में ना केवल लोकल किसान सब्जी व फल बेचने के लिए आते हैं बल्कि यहां पर बंगाल राजस्थान, केरल, कर्नाटक, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात आदि प्रदेशों से किसान फल व सब्जी बेचने के लिए लाते हैं। लेकिन कोरोना के चलते वह अपना पूरा माल नहीं ला पा रहे हैं और जो माल ला भी रहे हैं तो उसको खरीदने वाले ग्राहक नहीं मिल पा रहे है। हालत यह हो गई है कि उनका लागत मूल्य भी नहीं निकल पा रहा है। साहिबाबाद सब्जी मंडी व्यापार विकास समिति के अध्यक्ष ज्ञान चंद यादव बताते हैं कि इस बार लॉकडाउन में फल व सब्जी किसान पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं ना वो इधर के बचे हैं ना वह उधर के। क्योंकि एक तो माल लाने में दिक्कत हो रही है और यदि माल किसी तरह ले भी आते हैं तो यहां पर लॉकडाउन के कारण उन्हें ग्राहक नहीं मिलते। जिस कारण उन्हें उन्होंने दाम में अपनी फसल की बिक्री करनी पड़ती है। उन्होंने बताया टमाटर थोक में 10 किलो बिक रहा है जबकि किसान की लागत ही 12रुपये प्रति किलो के आसपास आ रही है। अब इस स्थिति में वह क्या करें। उनका कहना है कि जो रिटेलर है वह जरूर ही कुछ कमा पा रहे हैं क्योंकि उनके मूल्य निर्धारण पर किसी का कोई कंट्रोल नहीं है जो टमाटर या सब्जी फल 8 से 10 रुपये प्रति किलो ले जाते हैं उसे वह 40 से 50 किलो बेच लेते हैं। एक अन्य सब्जी लोकल किसान अशोक प्रताप का कहना है कि उन्हें सुबह 3 बजे मंडी पहुंचना होता है वहां भी कोरोना के चलते आजकल सब्जी की तुलाई नहीं हो रही है बल्कि पॉलिथीन मर करके उनको ले जाना होता है। अंदाजे से ही उसको बेच दिया जाता है। कई बार उन्हें पुलिस के डंडे भी खाने पड़ते हैं। डॉ. अजय शंकर पांडेय का कहना है कि किसी को सब्जी और फल की खरीद-बेच में दिक्कत ना हो इसलिए मंडी खोलने का समय निर्धारित किया गया है। और सभी से कोरोना नियमों को पालन की हिदायत दी गई है। हिन्दुस्थान समाचार/फरमान अली ।।

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