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भाजपा पार्षद ने निगम के वाटर हार्वेस्टिंग के टेंडर पर उठाए सवाल, कोर्ट जाने की चेतावनी

गाजियाबाद, 26 फरवरी (हि. स.)। गाजियाबाद नगर निगम द्वारा वाटर हार्वेस्टिंग बनाने के लिए निकाले गए टेंडर प्रक्रिया पर भाजपा के पार्षद हिमांशु मित्तल ने सवाल उठाए हैं । उन्होंने निगम अधिकारियों पर गड़बड़ करने का आरोप लगाते हुए इसको लेकर कोर्ट जाने की चेतावनी दी है। वही नगर निगम जलकल के महाप्रबंधक योगेश श्रीवास्तव का कहना है कि टेंडर नियमानुसार निकाले गए हैं। 15वें वित्त आयोग से यह कार्य कराया जाना है। हिमांशु मित्तल ने मीडिया को जारी बयान में कहा है कि निगम गाजियाबाद में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। यह टेंडर इस बात का ज्वलंत उदाहरण है क्योंकि इस टेंडर में गाजियाबाद के 100 वार्डों में 100 वाटर रेनवाटर हार्वेस्टिंग बनवाने का टेंडर दिया गया है और 100 के 100 में यह टेंडर में एक साथ निकाला है। यानी कि यह टेंडर स्पेसिफाई हो गया है। यह टेंडर कोई बड़ा टेंट ठेकेदारी ले सकता है। छोटे व्यक्ति है कार्य नहीं कर पाएंगे। उन्होंने बताया है कि इसी तरह 9 नलकूप लगाने का 30एचपी के टेंडर भी इकट्ठा ही निकाला गया है। अगर इन्हें अलग-अलग निकाला जाता तो उसमें कंपटीशन भी होता और छोटे ठेकेदार भी इसमें अपना प्रतिभाग कर सकते। टेंडर प्रक्रिया में इस तरह फिक्सिंग नहीं की जा सकती है। उन्होंने इसे गैरकानूनी बताया है। साथ ही कहा है कि इसका गहनता से अध्ययन कर रहा हूं और जरूरत पड़ी तो न्यायालय में भी जाऊंगा। इस तरह नगर निगम को लूटने नहीं दिया जाएगा। ठेकेदारों का भरोसा गाजियाबाद नगर निगम पर जो कायम है, वह कायम रखा जाएगा। वही नगर निगम के महाप्रबंधक (जल) योगेश श्रीवास्तव का कहना है कि वाटर हार्वेस्टिंग के लिए निगम बोर्ड की बैठक में एक ही साथ 100 वाटर हार्वेस्टिंग के लिए प्रस्ताव पारित हुआ है। जिस कारण एक ही टेंडर निकाला गया है। इसमें कही कोई अनियमिता नहीं है। आपको बता दे की पूर्व में भी इसी तरह का मामला प्रकाश में आया था। जिसमे एक शमशान घाट में टेंडर छूटने से पहले ही भराव शुरू कर दिया गया था जिसको लेकर बवाल खड़ा हो गया था और जांच चल रही है। हिन्दुस्थान समाचार/फरमान/दीपक

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