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श्रीकृष्ण जन्मभूमि में हुआ भगवान राम का जन्माभिषेक

- श्रीकृष्ण जन्में रात के बारह बजे तो पुरूषोत्तम राम जन्में दिन के 12 बजे - 492 वर्ष उपरांत राममंदिर निर्माण की खुशी में विशेष रूप से सजा श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर मथुरा, 21 अप्रैल (हि.स.)। चैत्र शुक्ल रामनवमी पर बुधवार दोपहर श्रीकृष्ण-जन्मस्थान पर श्रीराम-जन्म महोत्सव भाव, उल्लास एवं श्रद्धा से मनाया गया। हिन्दूवादी नेता एवं समिति के सदस्य गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने बताया कि 492 वर्ष उपरांत अयोध्या में राममंदिर निर्माण आरंभ होने पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर को विशेष रूप से भव्य फूलबंगला, विशेष श्रृंगार, पोषाक एवं पुष्प सज्जा से सुसज्जित किया गया। गौरतलब हो कि श्रीकृष्ण-जन्मस्थान के भागवत-भवन में स्थित श्रीराम जी मंदिर में नवसम्वत्सर 2078 13 अप्रैल 2021 से प्रारम्भ हुये श्रीरामचरित मानस के नौ दिवसीय नवान्हपरायण के समापन पर बुधवार दोपहर हुआ। जिसके उपरांत मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीरामजी के जन्म पर सुन्दर बधाई गायन किया। मर्यादा पुरूशोत्तम भगवान श्रीराम के प्राकट्य के मुख्य आयोजन का शुभारम्भ बुधवार की प्रातः से ही भागवत-भवन मंदिर में श्रीगणेश, श्रीनवग्रह व शोडषमातृका पूजन आदि के साथ हुआ। दोपहर भागवत-भवन में श्रीराम जी का दिव्य पंचामृताभिषेक आरंभ हुआ। जन्माभिषेक के मध्य शास्त्रीय मंत्रों व घण्टे-घड़ियालों व शंख ध्वनि से वातावरण गूंजता रहा। सभी भक्तों को बधाई रूप में पंचामृत व प्रसाद का वितरण किया गया। ये रहे श्रद्धालुओं संग मौजूद श्रीकृष्ण जन्मस्थान संस्थान की प्रबंध समिति के सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी, विषेश कार्याधिकारी विजय बहादुर सिंह, मंदिर के पूजाचार्यगण आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। हिन्दुस्थान समाचार/महेश

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