स्वामित्व योजना में भूखण्डों का मालिकाना हक मिलने पर लाभार्थी गदगद

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-मुख्यमंत्री से वर्चुअल संवाद में वाराणसी के रविशंकर ने जताया आभार वाराणसी,12 फरवरी (हि.स.)। स्वामित्व योजना में शुक्रवार को लाभार्थियों को उनके आवासीय जमीनों के भूखण्डों का मालिकाना हक मिल गया। इससे लाभार्थी गदगद है। वर्चुअल कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे के 1001 ग्रामों के 154785 भू- स्वामियों को ग्रामीण आवासीय अभिलेख (घरौनी) का ऑनलाइन वितरण एवं पूर्णतया ऑनलाइन डिजिटल खसरा प्रारूप दिया। उन्होंने बताया कि आज से शुरू हुए पूर्णतया ऑनलाइन डिजिटल खसरा प्रारूप योजना के तहत प्रदेश की 108848 राजस्व गांव का ऑनलाइन डिजिटल खसरा बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री की पहल पर योजना में वाराणसी के 33 राजस्व ग्रामों के 1404 लोगों को स्वामित्व योजना अंतर्गत घरौनी दी गयी। योजना में वाराणसी के 42 राजस्व ग्रामों के 1995 लोगों को उनके जमीन की मालिकाना हक के रूप में घरौनी प्रमाण पत्र दिया जा चुका है। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने वाराणसी के लाभार्थी पूरा मझिला निवासी रविशंकर से संवाद करते हुए पूछा कि जमीन का मालिकाना हक एवं अधिकार आज उन्हें मिल रहा है, उन्हें अब कैसा महसूस हो रहा है। इस पर रविशंकर ने अपने जमीन का मालिकाना हक मिलने पर खुशी जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद ज्ञापित किया। लाभार्थी ने बताया कि वर्ष 2008 से उनका मकान गांव की आबादी की जमीन पर बना था, लेकिन जमीन का कोई कागज उनके पास नहीं था। जिससे उन्हें काफी डर लगता था। गाँव के लोगों की नजर भी उनकी जमीन पर लगी रहती थी। लेकिन आज जमीन का मालिकाना हक सरकार से मिलने पर वे तथा उनका पूरा परिवार बेहद खुश व सुकून महसूस कर रहे हैं। रविशंकर ने कहा कि मकान तो पुश्तैनी था, लेकिन जमीन का मालिकाना हक नहीं था। मालिकाना हक मिलने से भविष्य में बैंक से भी ऋण मिलेगा और वह अपना अन्य कार्य भी कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने विशेष रुप से जोर देते हुए रविशंकर को कहा कि यह मकान अब आपका सहयोगी भी बनेगा। इस दौरान योगी आदित्यनाथ में उत्तर प्रदेश के जिला बांदा, महोबा, वाराणसी, जालौन, कौशांबी के लाभार्थियों से सीधा संवाद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामित्व योजना के क्रियान्वयन में उत्तर प्रदेश देश में अव्वल है। उन्होंने ग्रामीण आवासीय अभिलेख घरौनी योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दूरदर्शितापूर्ण निर्णय बताया। उन्होंने कहा कि स्वामित्व योजना अंतर्गत सदियों- सदियों से गांव की आबादी की जमीन पर अपना मकान बना कर रह रहे लोगों को उनके उस मकान के भूखंड का सरकारी अभिलेखों के द्वारा मालिकाना हक दिया जा रहा है। इससे अब वह गरीब आदमी अपने उस जमीन का मालिक बन जा रहा है। यहां कार्यक्रम के दौरान वाराणसी परिक्षेत्र के कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा भी मौजूद रहे। दोनों अफसरों ने पूरा मझिला निवासी रविशंकर,गजापुर निवासिनी मंजू, मुकरमा निवासी चंद्रबली, लडुवाई निवासी राजेश तिवारी तथा लालपुर निवासी ओमप्रकाश यादव को प्रतीकात्मक स्वरूप घरौनी प्रपत्र उपलब्ध कराया। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दीपक-hindusthansamachar.in

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