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बांदा : दस्यु सरगना ठोकिया की मां को चुनाव में हराकर विधायक बने थे पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी

अनिल सिंह बांदा, 22 अप्रैल (हि.स.)। जिले में लगभग 14 साल पूर्व सन 2007 में जब दस्यु सरगना अंबिका पटेल उर्फ ठोकिया की नरैनी विधानसभा क्षेत्र में तूती बोलती थी। उस समय पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी ने दस्यु ठोकिया की मां का चुनाव में डटकर मुकाबला किया और जीत भी दर्ज की थी। अतर्रा महाविद्यालय में छात्र संघ से राजनीति शुरू करने वाले पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी अपनी मेहनत और जमीनी पकड़ के चलते बहुत कम उम्र में ही राजनीति में धाक जमाने में सफल रहे। इसके चलते ही 2007 में तमाम धुरंधरों को दरकिनार कर उन्होंने बसपा का टिकट हासिल किया था। उस समय जब दस्यु सरगना ठोकिया नरैनी विधानसभा क्षेत्र के फतेहगंज और कुल्हुआ के जंगलों में स्वच्छंद विचरण कर संगीन अपराधों को अंजाम दे रहा था, तब पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी का चुनाव में डकैत ठोकिया की मां पियरिया देवी से मुकाबला हुआ लेकिन पुरुषोत्तम नरेश ने डकैतों के फरमान का डटकर मुकाबला किया। इस दौरान उन्होंने उन क्षेत्रों में भी जाकर चुनाव प्रचार किया था जहां डकैतों का वर्चस्व कायम था और कोई भी वहां जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाता था। हालांकि, चुनाव के दौरान पुलिस ने भी पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी का साथ दिया। यही वजह है कि वह दस्यु ठोकिया की मां पियरिया देवी को हराने में कामयाब रहे।चुनाव में पियरिया देवी निर्दलीय होते हुए भी दूसरे स्थान पर रही। अगर उस दौर में पुरषोत्तम नरेश द्विवेदी ने डकैतों से लोहा न लिया होता तो शायद विधायक बनने में कामयाब न होते। चुनाव जीतने के बाद मात्र तीन वर्ष के कार्यकाल उनके राजनीतिक जीवन में शीलू रेप कांड का ग्रहण लग गया और फिर वह राजनीति से दूर होते चले गए। दस्यु ठोकिया से सीधी चुनाव में टक्कर लेने और जीत दिलाने के बावजूद ऐसे आरोप से घिरे पुरषोत्तम को बसपा ने भी पार्टी से निष्कासित कर दिया था। शीलू रेप काण्ड में सपा ने की थी सीबीआई जांच की मांग पुरुषोत्तम द्विवेदी पर नाबालिग शीलू के साथ सामूहिक दुराचार का आरोप लगा। बसपा विधायक को बचाने में पूरी सरकारी मशीनरी जुट गई। 2012 में सपा की सरकार बनी और सीबीआई जांच की सिफारिश की गई। सीबीआई ने बसपा के पूर्व विधायक व आरोपित पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी और उनके चार सहयोगियों के खिलाफ अलग-अलग मामले दर्ज किए। सीबीआई ने अपनी जांच में सीबीसीआईडी जांच को सही पाया और पुरुषोत्तम द्विवेदी व उनके सहयोगियों में वीरेंद्र कुमार शुक्ल, रघुवंशमणि द्विवेदी, रामनरेश द्विवेदी और राजेंद्र शुक्ल के खिलाफ आरोप पत्र अदालत में दाखिल किया। सीबीआई अदालत ने सुनाई थी 10 साल की कैद शीलू रेप कांड में सीबीआई अदालत ने पांच जून 2015 को पूर्व विधायक पुरुषोत्तम द्विवेदी को दोषी मानकर दस साल की सजा सुनाई थी। पूर्व विधायक पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार की शाम अतर्रा स्थिति आवास में निधन हो गया। हिन्दुस्थान समाचार

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