अयोध्या महोत्सव में बाबा सत्यनरायन मौर्य ने प्रस्तुत की श्रीराम आरती
अयोध्या, 27 फरवरी (हि.स.)। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुुति से लोकसंस्कृति को परिभाषित करता अयोध्या महोत्सव वर्तमान में आकषर्ण केन्द्र के स्वरुप में परिवर्तित हो चुका है। बाबा सत्यनरायन मौर्य द्वारा प्रस्तुत राम आरती की मधुर ध्वनि ने श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। आरएसएस राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य इन्द्रेश जी ने दीप प्रज्जवलन के माध्यम से कार्यक्रम की शुरुआत की। महोत्सव की तरफ से अतिथियों को श्रीरामजन्मभूमि का मॉडल भेंट किया गया। इन्द्रेश जी ने कहा कि हिन्दू धर्म शांति व सदभाव का प्रतीक है। भगवान राम सबके हैं और सब राम के हैं। अयोध्या की संस्कृति को प्रसारित करते अयोध्या महोत्सव का आयोजन करने के लिए हरीश श्रीवास्तव व उनकी टीम बधाई की पात्र हैं। विशिष्ट अतिथि श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पतराय ने कहा कि भगवान राम वैदिक धर्म एवं संस्कृति के आदर्श हैं। उनका जीवन एवं कार्यपद्धति वैदिक धर्म की मर्यादाओं के अनुरुप है। संसार के सभी लोगों के अनुकरणीय है। राम ने अपने आदर्श जीवन व व्यवहार से संसार के लोगों को धर्म व मर्यादा का पालन करने का संदेश दिया है। अयोध्या महोत्सव इसी संस्कृति व संस्कारों को सम्बल प्रदान कर रहा है। मुनि चिदानंद ने कहा कि दिव्य व भव्य अयोध्या का निर्माण वर्तमान में हो रहा है। दिव्य नगरी परिवर्तित अयोध्या की परिकल्पना को अयोध्या महोत्सव न्यास के अध्यक्ष हरीश श्रीवास्तव के विचारों ने सजीवता प्रदान की है। न्यास अध्यक्ष हरीश श्रीवास्तव ने कहा कि हमारी पुरातन संस्कृति, सभ्यता, आदर्शो व परम्पराओं की जड़े आधुनिक परिवेश में लगातार कमजोर हो रही हैं। संस्कृति को संरक्षण प्रदान करने के साथ इसके प्रचार प्रसार का अभियान अयोध्या महोत्सव है। इस अभिनव अभियान से आम जनता को जोड़ने के प्रति हम संकल्पित है। हिन्दुस्थान समाचार/पवन/दीपक