अयोध्या में धर्म और विकास के समन्वय से हर्ष की सरिता और समृद्धि की बयार बहेगी: योगी आदित्यनाथ
अयोध्या में धर्म और विकास के समन्वय से हर्ष की सरिता और समृद्धि की बयार बहेगी: योगी आदित्यनाथ

अयोध्या में धर्म और विकास के समन्वय से हर्ष की सरिता और समृद्धि की बयार बहेगी: योगी आदित्यनाथ

-अयोध्या में भूमि पूजन के दौरान भीड़ न होने देने की तैयारी में जुटी यूपी सरकार -सीएम योगी ने भूमि पूजन के दौरान कोविड-19 और सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए की अपील -4 और 5 अगस्त को घरों व देव मंदिरों में जलाएं दीप, करें अखंड रामायण का पाठ लखनऊ, 31 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्षों तक राजनीतिक उपेक्षा के भंवर जाल में उलझी रही अवधपुरी, आध्यात्मिक और आधुनिक संस्कृति का नया प्रतिमान बनकर उभरेगी। यहां रोजगार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं। विगत तीन वर्षों में विश्व ने अयोध्या की भव्य दीपावली देखी है, अब यहां धर्म और विकास के समन्वय से हर्ष की सरिता और समृद्धि की बयार बहेगी। भूमिपूजन व शिलान्यास न केवल मंदिर का एक नए युग का भी सरकार ने एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि 5 अगस्त को भूमिपूजन व शिलान्यास न केवल मंदिर का है वरन्, एक नए युग का भी है। यह नया युग प्रभु श्रीराम के आदर्शों के अनुरूप नए भारत के निर्माण का है। यह युग मानव कल्याण का है। यह युग लोककल्यारण हेतु तपोमयी सेवा का है। यह युग रामराज्य का है। श्रीराम मंदिर के लिए भूमि पूजन परीक्षा का क्षण है, संयम बनायें रखें उन्होंने कहा कि भाव-विभोर करने वाले इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रत्येक देशवासी का मन प्रफुल्लित होगा, हर्षित-मुदित होगा। किन्तु स्मरण रहे, प्रभु श्रीराम का जीवन हमें संयम की शिक्षा देता है। इस उत्साह के बीच भी हमें संयम रखते हुए वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत शारीरिक दूरी बनाये रखना है क्योंकि यह भी हमारे लिए परीक्षा का क्षण है। अपने-अपने निवास पर दीप जलाएं व अखण्ड रामायण का पाठ करें मुख्यमंत्री ने आह्वान किया है कि विश्व के किसी भी भाग में मौजूद समस्त श्रद्धालुजन 04 एवं 05 अगस्त को अपने-अपने निवास स्थान पर दीपक जलाएं, पूज्य सन्त एवं धर्माचार्यगण देवमंदिरों में अखण्ड रामायण का पाठ एवं दीप जलाएं। कहा कि निर्माण का स्वप्न पालकर पवित्र तप करने वाले तथा ऐसे ऐतिहासिक क्षण का प्रत्यक्ष दर्शन किये बिना गोलोक पधार चुके अपने पूर्वजों का स्मरण करें और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करें। इसके साथ ही पूर्ण श्रद्धाभाव से प्रभु श्रीराम का स्तूवन करें। रामराज्य की संकल्पना को मूर्त रूप देगी यूपी सरकार उन्होंने कहा है कि सनातन संस्कृति के प्राण प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली को हमारे शास्त्रों में मोक्षदायिनी कही गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश सरकार इस पावन नगरी को पुन: इसी गौरव से आभूषित करने हेतु संकल्पबद्ध है। कहा कि अयोध्या, वैश्विक मानचित्र पर महत्वपूर्ण केन्द्र के रूप में अंकित हो और इस धर्मधरा में रामराज्य की संकल्पना मूर्त भाव से अवत्रित हो, इसके लिए हम नियोजित नीति के साथ निरन्तर कार्य कर रहे हैं। कहा कि प्रधानमंत्री मोदी, सवा सौ करोड़ देशवासियों की आकांक्षाओं के प्रतिबिंब हैं, वह स्वंय भूमिपूजन व शिलान्यावस करेंगे, यह प्रत्येंक भारतीय के लिए गौरव का क्षण होगा। अंत में कहा कि 'प्रभु श्रीराम का आशीष हम सभी पर बना रहेगा। श्रीराम जय राम जय जय राम। हिन्दुस्थान समाचार/राजेश-hindusthansamachar.in

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