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बांग्लादेश से भागकर भारत आए 16 सौ लोगों की तलाश में एटीएस

- रोहिंग्या फारुख के परिवार से पूछताछ कर सकती है एटीएस - हरियाणा में रह रहे रिश्तेदार के घर भी गया था फारुख लखनऊ, 02 मार्च (हि.स.)। मानव तस्करी के आरोप में एटीएस ने दो रोहिंग्या भाईयों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से मिले दस्तावजों से यह जानकारी मिली है कि कोरोना काल में बांग्लादेश के रोहिंग्या से 16 सौ लोग भागकर पूरे देश में अवैध तरीके से आधार कार्ड और पासपोर्ट और पैन कार्ड बनवाकर परिवार के साथ रह रहे हैं। अब एटीएस की टीमें इन लोगों की तलाश में जुट गई हैं। अलीगढ़ में रह रहा परिवार नोएडा से गिरफ्तार किए गए रोहिंग्या हसन उर्फ फारुख अपने परिवार के साथ 2011 से अलीगढ़ जनपद के मकदूमनगर कमेला रोड इलाके में रहता है। उसके परिवार में मां, पत्नी और बच्चचे हैं। क्षेत्रियों से जो जानकारी हुई है उससे पता चला है कि वर्ष 2014 तक उसने एक मीट फैक्टरी में काम किया था। इसके बाद वह हरियाणा में रहने वाले बहनोई के घर चला गया। 2015 में दोबारा लौटकर आया और वर्ष 2019 में आगरा में किसी बंग्लादेशी युवक युवती के संपर्क में आया। इसके बाद वह कभी—कभार अपने परिवार से मिलने आता था। शाहिद के करतूतों को नहीं जानती पत्नी शाहिद की पत्नी से एटीएस ने पूछताछ की तो कई अहम जानकारियां उसके हाथ लगी। तलाशी के दौरान पांच लाख रुपये कैश, आधा दर्जन पासपोर्ट और आधार व पेन कार्ड आदि बरामद हुए थे। पत्नी ने बताया कि शाहिद अपनी पत्नी हलीमा खातून व चार बच्चों में मुस्कान, सुहेल, शाहिद व रुखसाना के साथ रह रहा था। उसने कासिमनगर निवासी इदरीश के मकान में अक्टूबर 2020 में किराए पर कमरा लेकर रह रहा है। वह और उसका भाई रोहिंग्या से लोगों को लाकर कानपुर, उन्नाव, मथुरा और प्रदेश अलग—अलग स्लाटर हाउस व फैक्ट्रियों को काम दिलवाते थे। बदले में उनसे धन उगाही करते हैं और इस तरह मानव तस्करी में शामिल हैं। एटीएस करेगी बड़ा खुलासा तेलंगाना के हैदराबाद शहर से उठाए गए युवक से मिले इनपुट के आधार एटीएस की टीम इन दोनों को गिरफ्तार करने में कामयाब रही। कहा कि रोहिंग्या भाईयों के पास मिले दस्तावेज और साक्ष्यों के आधार विभिन्न जनपदो में नौकरी कर रहे रोहिंग्योंओं को पकड़कर बड़ा खुलासा करेगी। विदित हो कि एटीएस ने दो रोहिंग्या भाईयों को गिरफ्तार करते हुए मानव तस्करी का खुलासा किया है। यह दोनों भाई मूलत: म्यांमार के रहने वाले हैं। यह लोग रोहिंग्या नागरिकों को अवैध रुप से भारत में प्रवेश कराने और फर्जी दस्तावेजों के सहारे उन्हें भारतीय नागरिक के रुप में स्थापित कराते थे। इसकी एवज में वह उनसे मोटी रकम लेते थे। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने सोमवार को उन्नाव और नोएडा से दो रोहिंग्याओं को गिरफ्तार किया था। एटीएस अभी इन दोनों के विषय में विशेष जानकारी नहीं दे रही है। लेकिन सूत्रों का मानना है कि एटीएस दोनों को रिमांड पर लेकर बड़ी कार्रवाई की फिराक में है। हिन्दुस्थान समाचार/दीपक

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