उत्तर-प्रदेश
विवाहित बेटी को भी अनुकंपा के आधार पर नौकरी में नियुक्ति - हाईकोर्ट का ऐतिहासिक फैसला
गोंदिया! भारत वर्ष में एक लंबे अरसे से सरकारी, निजी सामाजिक,और अनेक संस्थाओं द्वारा एक अभियान के तहत बेटे और बेटियों में फर्क करने की मानसिकता को त्यागने, सोच बदलने, में काफी हद तक सफलता पाई है और इतने वर्षों की मेहनत का नतीजा अब दिखने लगा है। और आज क्लिक »-ananttvlive.com