एडवांस एंटीना को शोध के जरिए आधुनिकतम तकनीक बढ़ाने पर जोर
प्रयागराज, 17 जुलाई (हि.स.)। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान ट्रिपल आईटी प्रयागराज में एंटीना विषय पर आयोजित पांच दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला के समापन अवसर पर शुक्रवार को वक्ताओं ने ‘एडवांस एंटीना’ को शोध के जरिए आधुनिकतम तकनीक बढ़ाने पर जोर दिया। साथ ही इसकी उपयोगिताओं पर चर्चा की। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान ट्रिपल आईटी प्रयागराज में पिछले एक हफ्ते से चल रही एडवांस एंटीना विषय पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला का वर्चुअल के जरिये एडवांस एंटीना को शोध के जरिए आधुनिकतम तकनीक बढ़ाने पर जोर देते हुए कार्यक्रम का समापन किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री ने कहा एंटीना की हमेशा समाज को आवश्यकता पड़ती रहेगी। भविष्य में छोटे साइज के एंटीना को विकसित करने की जरूरत है। उन्होंने भविष्य में नए स्टार्टअप्स विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया। बताया कि उनके कार्यकाल में जर्मनी और इंग्लैंड कई देशों से इस दिशा में एमओयू भी हुआ है। उन्होंने ट्रिपल आईटी के प्रोफेसरों को इस दिशा में जरूरत पड़ने पर हर संभव मदद का भी आश्वासन दिया। पुलिसिंग के क्षेत्र में एंटीना की अपार संभावनाएं : विनोद मल वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एवं अपर पुलिस महानिदेशक गुजरात विनोद मल ने कहा कि पुलिसिंग के क्षेत्र में एंटीना की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने पुलिस के आधुनिकीकरण पर जोर दिया और अपराधियों को पकड़ने के लिए वायरलेस नेटवर्क एंटीना की उपयोगिता एवं नए तरीके से क्रिमिनल ट्रैकिंग सिस्टम बनाने पर बल दिया। विनोद मल आईआईटी वाराणसी के पूर्व छात्र रहे हैं। पूर्व उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. नरेंद्र कुमार सिंह गौर ने एंटीना क्षेत्र में और अधिक शोध की आवश्यकता पर बल दिया। जिससे वर्तमान आवश्यकताएं पूरी की जा सके उन्होंने उपग्रहों चंद्रयान सेटेलाइट कम्युनिकेशन आदि के क्षेत्र में एंटीना की महत्ता पर प्रकाश डाला। संस्थान के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग के सहायक प्रोफेसर एवं राष्ट्रीय कार्यशाला के कोऑर्डिनेटर डॉ. आशुतोष कुमार सिंह ने पिछले पांच दिनों से चल रही कार्यशाला का विवरण दिया एवं समारोह के अतिथियों का परिचय कराया। ट्रिपल आईटी भागलपुर के निदेशक प्रो. अरविंद चौबे ने भविष्य में एंटीना के क्षेत्र में शोध की दिशा एवं दशा के बारे में प्रशिक्षणार्थियों को अवगत कराया। राष्ट्रीय कार्यशाला के संयोजक डॉ. संजय सिंह ने पांच दिनों से चल रही गतिविधियों के बारे में विस्तार से चर्चा की। डॉ.आशुतोष कुमार सिंह ने सभी प्रशिक्षणार्थियों तथा प्रशिक्षण देने वाली कंपनी के अधिकारियों आईआईटी वाराणसी एवं एमएनएनआईटी प्रयागराज के विशेषज्ञों तथा संस्थान के निदेशक प्रोफेसर पी नागभूषण का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यशाला में देश के कई संस्थानों जैसे आईआईटी धनबाद, एनआईटी नागपुर, एमएनएनआईटी प्रयागराज, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी सहित कई विश्वविद्यालयों के प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण में भाग लिया। हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त-hindusthansamachar.in