शोध आज की आवश्यकता, यही बचायेंगे देश और दुनिया-आंनदीबेन पटेल
शोध आज की आवश्यकता, यही बचायेंगे देश और दुनिया-आंनदीबेन पटेल

शोध आज की आवश्यकता, यही बचायेंगे देश और दुनिया-आंनदीबेन पटेल

-कहा-प्राविधिक विवि डाॅ. कलाम के सपनों के अनुरूप उच्चकोटि के शोध कार्य करें -डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि का स्थापना दिवस समारोह सम्पन्न लखनऊ, 26 जुलाई (हि.स.)। प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने रविवार को राजभवन से वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ के स्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्थापना दिवस समारोह आत्ममंथन का अवसर होता है। आत्ममंथन से कमियों को दूर कर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय डाॅ. कलाम के सपनों के अनुरूप उच्चकोटि के शोध कार्यों को करे। शोध आज की आवश्यकता है और यही देश और दुनिया को बचायेंगे। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना आवश्यक राज्यपाल ने कहा कि आज के इस दौर में देश का विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जब हम तकनीक और शोध के क्षेत्र में बेहतर करेंगे तभी हम विश्व के समक्ष खड़े हो सकेंगे। वोकल फार लोकल के दृष्टिगत विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना आवश्यक है तभी देश आगे बढ़ेगा। हमारे विश्वविद्यालयों को रोजगारोन्मुख पाठ्यक्रम पर विशेष ध्यान देना होगा। उच्च एवं तकनीकी युक्त शिक्षा प्रदान करना सबकी जिम्मेदारी राज्यपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश जनसंख्या की दृष्टि से विशाल प्रदेश है। जनसंख्या का एक बड़ा भाग हमारे युवाओं का है, जिन्हें उच्च एवं तकनीकी युक्त शिक्षा प्रदान करना सरकार एवं हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि हमारे विश्वविद्यालयों एवं शिक्षण संस्थानों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के इस युग में स्थापित होने के लिये विशेष प्रयास करने होंगे। परिस्थितियों के अनुसार ऑनलाइन शिक्षा पर देना होगा ध्यान उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण उच्च शिक्षा सहित सभी क्षेत्र प्रभावित हुए हैं। उच्च शिक्षा में गुणवत्ता वृद्धि के लिये सत्त प्रयास करने हेतु आज तकनीकी संसाधनों का प्रयोग आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमें आज की परिस्थितियों के अनुसार ऑनलाइन शिक्षा पर ध्यान देना होगा। कोरोना ग्रसित व्यक्ति की भीड़ में पहचान का यंत्र करें विकसित अपने सम्बोधन में राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों एवं शोधार्थियों का आह्वान किया कि वे इस सम्भावना पर कार्य करें कि सीसीटीवी जिस तरह से मानव के प्रत्येक गतिविधि को अपने कैमरे में कैद कर लेता है, ठीक उसी तरह का यंत्र विकसित करें जो भीड़-भाड़ वाले स्थान पर चलने वालों में से कोरोना ग्रस्त उच्च ताप वाले व्यक्ति की पहचान कर सके ताकि उसे तत्काल वहां से अलग किया जा सके। राज्यपाल ने किया शैक्षिक चैनल ‘स्वयं प्रभा’ का ऑनलाइन इससे पहले राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की स्थापना दिवस पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय की देखरेख में चलने वाले शैक्षिक चैनल 'स्वयं प्रभा' का उद्घाटन किया। इस चैनल पर विद्यार्थियों के लिए डिजिटल कंटेंट 24 घंटे में 3 बार शाम 4 बजे, रात 12 बजे एवं सुबह 8 बजे प्रसारित होगा। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र एवं राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी को विश्वविद्यालय के लिए एक डिजिटल मोबाइल वैन सांसद निधि से उपलब्ध कराने के लिए बधाई दी। इस अवसर पर राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी, अपर मुख्य सचिव राधा एस. चौहान एवं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक भी वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे। हिन्दुस्थान समाचार/संजय/राजेश-hindusthansamachar.in

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