An atmosphere of fear in the poultry industry due to bird flu
An atmosphere of fear in the poultry industry due to bird flu

बर्ड फ्लू को लेकर पोल्ट्री उद्योग में भय का माहौल

मीरजापुर, 11 जनवरी (हि.स.)। यूपी में भले ही बर्ड फ्लू का कोई मामला न आया हो, लेकिन इसकी चर्चा से पोल्ट्री उद्योग में भय साफ दिखने लगा है। थोक से लेकर फुटकर मंडी में कीमतों पर इसका असर पड़ने लगा है। कारोबारियों को डर है कि यही माहौल रहा तो रेट के धड़ाम होते देरी नहीं लगेगी। कोरोना से उबर रहे पोल्ट्री उद्योग पर बर्ड फ्लू का साया मंडराने लगा है। पशुपालन विभाग से लेकर पोल्ट्री संचालक बर्ड फ्लू को लेकर सफाई दे रहे हैं। इसके बाद भी कारोबारियों में भय का माहौल है। इमामबाड़ा के कारोबारी रहमान ने बताया कि पहली जनवरी को मुर्गे की कीमत काफी तेजी से बढ़ी थी। वहीं रविवार को कम हो गया। थोक में गिरी कीमतों का असर फुटकर में भी दिखने लगा है। शोएब ने बताया कि आम दिनों में 50 किलो तक मुर्गा बिक जाता था, रविवार को 33 किलो मुर्गा बिका। मीट विक्रेता गुड्डू का कहना है कि ठंड में वैसे भी मीट की मांग बढ़ जाती है। अभी मांग में ऐसी कोई कमी नहीं है, जिसे असर के रूप में देखा जा सके। प्रशासन से जगरूकता फैलाने की अपील रामबाग के पोल्ट्री फार्म संचालक तस्लीम का कहना है कि यूपी में अभी तक एक भी केस नहीं आया है। कुछ कौवों में बर्ड फ्लू के लक्षण मिले हैं। इस आधार पर स्थानीय पोल्ट्री फार्म संचालकों को नुकसान न हो इसे लेकर प्रशासन को पहल करनी होगी। कबूतर व उल्लू के मृत पाए जाने से लोगों में भय नगर के कटरा कोतवाली क्षेत्र के लाल डिग्गी और डंकिनगंज मे कबूतर व उल्लू के मृत पाए जाने से लोगों में भय का वातावरण है। उसको लेकर इन पक्षियों के मृत पाए जाने से लोग डर रहे हैं। हालांकि अभी तक स्वास्थ्य विभाग ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि वे पक्षियों की मौत की जांच कराएं। डन्कीन गंज में दो कबूतर व लाल डिग्गी में एक उल्लू सोमवार की सुबह मृत पाए गए थे। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी जय सिंह ने कहा कि पक्षियों की मौत सम्भवतः ठंड से हुई है। ज्यादा संख्या में नहीं मरे हैं। फिलहाल मामले की जांच कराई जाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/विद्या कान्त-hindusthansamachar.in

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