amavasya-39silent-dip39-seen-in-the-holy-rivers-of-purvanchal
amavasya-39silent-dip39-seen-in-the-holy-rivers-of-purvanchal

अमावस्या : पूर्वांचल की पवित्र नदियों में लग रही 'मौन डुबकी'

गोरखपुर, 11 फरवरी (हि.स.)। मौनी अमावस्या के मौके पर गुरुवार की भोर को पूर्वांचल की पवित्र नदियों के तट पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है। गोरक्षधाम गोरखपुर से होकर गुजरने वाली राप्ती नदी के घाटों पर भी स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी हुई है। कुशीनगर की पवित्र नदी चाहे नारायणी हो या छोटी गंडक नदी, हिरण्यवती हो अथवा बांसी नदी घाट, हर जगह नहान करने आये लोग श्रद्धा की डुबकी लगा रहे हैं। हेतिमपुर से लगायत पनिअहवा घाट तक रात से ही श्रद्धालुओं के आने जाने का सिलसिला चल रहा है। भारी संख्या में लोगों का हुजूम नेपाल स्थित त्रिवेणी में स्नान लिए रुख कर चुका है। रात 12 बजे के बाद अमावस्या तिथि लगते ही पावन त्रिवेणी में पुण्य की डुबकियां लगने लगीं। सुबह पौ फटने के बाद तीन घंटे पुण्यकाल में स्नान के लिए लोग तमाम घाटों पर जुटने लगे। अधिकांश स्नानार्थी भोर से लेकर दान-पुण्य करने तक मौन रहे। इनका मानना है कि मौनी अमावस्या के लिए बिना कुछ बोले ही स्नान और दान-पुण्य किया जाना चाहिए। हालांकि यहां के लिए अधिकांश लोग बुधवार की शाम को ही घर से निकल गए थे। पूर्वांचल के सभी प्रमुख स्नान घाटों पर बड़ी तादात में श्रद्धालुओं के पहुंचने और स्नान के बाद दान-पुण्य का सिलसिला चल रहा है। सिद्धार्थनगर और देवरिया जिले के अलावा महराजगंज, बलिया, गाजीपुर के नदी स्नान घाटों पर स्नानार्थियों का हुजूम है। नहीं दिख रही सोशल डिस्टेंसिंग कोरोना संक्रमण काल में इतनी बड़ी भीड़ शायद कभी नहीं रही। न ही कोरोना से बचाव के प्रति इतनी लापरवाही देखी गयी है। घाटों पर सोशल डिस्टेंसिंग की कमी दिखाई दी। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पवित्र नदियों में डुबकी लगाई। स्नान से पहले श्रद्धालुओं ने संकल्प लिया, फिर डुबकी लगाकर सूर्य को अर्घ्य दिया। सुरक्षा के मद्देनजर घाटों पर भारी संख्या में पुलिस बल के जवान तैनात हैं। हिन्दुस्थान समाचार/आमोद/मोहित-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in