रमजान में मस्जिदों में पढ़ी जाएंगी पांचों वक्त की नमाज
- घर में होगी इबादत, ऑनलाइन होगी तकरीर, सोसल डिस्टेसिंग के पालन पर जोर मीरजापुर, 12 अप्रैल (हि.स.)। वैश्विक कोरोना महामारी संक्रमण ने हाल रोजगार से लेकर धार्मिक आयोजनों तक पर व्यापक असर डाला दिया है। शायद यही वजह है कि बुधवार से शुरू हो रहे पाक महीना माहे रमजान में कोरोना की गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। प्रत्येक मुस्लिम का रोजा फर्ज है। रमजान में एक नेकी करने पर 70 नेकी के बाराबर शबाब मिलता है। नगर के इलियट घाट स्थित मदरसा के प्रधानाचार्य व धर्म गुरु मौलाना नजम अली ने बताया कि पांचों वक्त की नमाज होगी। ईशा के नामज (शाम 8:30) बजे विशेषा नमाज जमात के साथ पढ़ी जाती है। लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते तरावी पर रोक लगा दी गई है। मस्जिद में भी कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए पांच लोग ही नमाज अदा कर पायेंगे। उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते लोगों से अपने-अपने घरों में भी नमाज के वक्त कोरोना गाइड लाइन का पालन करने की हिदायत दी गई है। नमाज के वक्त और सहरी और इफ्तार का एलान किया जाएगा। रोजा इफ्तार की दावत देने की बजाय गरीबों, मजलूमों में इफ्तार के सामन वितरित करने की सलाह दी गई है। हालांकि इस दौरान वाट्स एप, यू-ट्यूब पर तकरीर आदि भी सुन सकते हैं। हिन्दुस्थान समाचार/ गिरजा शंकर