कृषि कानून वापसी, एमएसपी की गारंटी लिए बिना दिल्ली से नहीं हटेंगे - राकेश टिकैत
- किसान ही नहीं, गरीब जनता के लिए भी घातक हैं नये कृषि कानून आगरा, 24 फरवरी (हि.स.)। जनपद किरावली तहसील के मौनी बाबा स्टेडियम में बुधवार को कृषि कानूनों के विरोध में किसानों की महापंचायत आयोजित हुई। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों के अनाज को केंद्र सरकार तिजोरी में बंद करना चाहती है। वहीं, उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानून किसान नहीं, देश की गरीब जनता के लिए भी घातक है। श्री टिकैत ने कहा कि सरकार षड्यंत्र के तहत किसानों के अनाज को तिजोरी में बंद करना चाहती है। किसानों के विरोध करने के बाद भी सरकार कानूनों को वापस लेना नहीं चाहती है। लेकिन हम भी सरकार से यह कहना चाहते हैं कि जब तक तीनों कानून वापस नहीं होंगे और एएमएसपी पर कानून नहीं बनेगा, तब तक किसान दिल्ली से हटने वाले नहीं है। उन्होंने कहा कि ये सरकार पूंजीपतियों की सरकार है। आरोप लगाया कि देश के अनाज को चंद कंपनियों के हवाले करना चाहती है। सारा अनाज पूंजीपतियों की तिजोरी में जमा हो जाएगा, वही इसकी कीमतें तय करेंगे। किसान और गरीब जनता के लिए घातक सिद्ध होगा। टिकैत ने किसानों से कहा कि आगरा का क्षेत्र महाराज सूरज मल और वीर गोकुला का क्षेत्र है। यहां के नौजवान और किसान सदियों से तानाशाही शासकों के खिलाफ वीरता पूर्वक लड़ते रहे हैं। इस आंदोलन के लिए आप भी अपना योगदान ऐसे ही देते रहें। हिन्दुस्थान समाचार/संजीव