आगरा: मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद भी यमुना के प्रतिबंधित क्षेत्र में अवैध निर्माण
आगरा: मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद भी यमुना के प्रतिबंधित क्षेत्र में अवैध निर्माण

आगरा: मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद भी यमुना के प्रतिबंधित क्षेत्र में अवैध निर्माण

आगरा, 10 जुलाई (हि.स.)। यमुना किनारे डूब क्षेत्र में निर्माण कार्यो पर एनजीटी ने प्रतिबंध लगा रखा है। लेकिन बावजूद इसके अवैध निर्माणकर्ता आदेशों को ताक पर रख बेधड़क होकर निर्माण में लगे हैं। हैरानी की बात तो यह है कि यहां लगे एनजीटी की पैमाइश में खंबे भी उखाड़ फेंके हैं। यही नहीं निर्माणकर्ता सामाजिक संस्था की आड़ में अधिकारियों और लोगों को गुमराह कर रहे हैं। इसके लिए कुछ लोगों ने पत्र लिख मुख्यमंत्री से शिकायत भी कर चुके हैं। यह सब बल्केश्वर पार्वती घाट पर हो रहा है। यहां दो मजिला इमारत बनाई जा रही है। इस इमारत के नीचे सामाजिक कार्यक्रम किए जाते हैं, आरोप यह है कि कुछ समाजिक तत्व यहां अनैतिक कारोबार करते हैं। यमुना के डूब क्षेत्र में अवैध निर्माण करा लिया है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि इमारत के भूतल पर नौ नहाना, सतनहाना और उठावनी जैसे आयोजन किए जाते हैं। धर्मार्थ की आड़ में सामाजिक लोगों ने लाखों रुपये का चंदा भी वसूला जा रहा है। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि जब इस बिल्डिंग का निर्माण शुरू हुआ था तो एडीए के संयुक्त सचिव सोमकमल सीताराम से भी शिकायत की गई थी, लेकिन अवैध निर्माणकर्ताओं ने अधिकारियों को भ्रमित कर दिया है। इस संबंध में मुख्यमंत्री से शिकायत की गई। एडीए सचिव आरपी त्रिपाठी ने कहा कि मामला अभी हमारे संज्ञान में नहीं है। अगर प्रतिबंधित क्षेत्र में अवैध निर्माण किया जा रहा है या पहले हो चुका है। तो उसके खिलाफ जरूर कार्यवाही की जाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/संजीव जूरैल/राजेश-hindusthansamachar.in

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