नबी हजरत मोहम्मद की बेटी फातमा के शहादत पर देश में शान्ति के लिए दुआख्यानी
वाराणसी,14 जनवरी (हि.स.)। नबी हजरत मोहम्मद की बेटी और हजरत अली की पत्नी बीबी फातमा के 1431 वें शहादत दिवस पर शुक्रवार को शिया समुदाय नौहा मातम और मजलिस करेंगे। शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता हाजी फरमान हैदर ने रविवार की शाम बताया कि बीबी फातमा के शहादत पर रविवार तक कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि 16 जनवरी को दरगाहे फातमान में अंजुमन हैदरी चौक की देखरेख में मजलिस होगा। यहां देर शाम महिलाएं ताबूत भी उठायेंगी। इमानिया अरबी कालेज,रामनगर,अर्दली बाजार में भी इसी दिन मजलिस होगी। उन्होंने बताया कि 17 जनवरी को बीबी फातमा की शहादत पर कई जगह मजलिस होगी और ताबूत उठाया जायेगा। महिलाएं चौहट्टा लाल खां,रामनगर में ताबूत उठायेंगी। इस दौरान पुरूष और महिलाएं काला लिबास धारण करेंगी। फरमान हैदर ने बताया कि बीबी फातमा का रौजा फातमान लल्लापुर में तथा सदर इमामबाड़ा लाट सरैया में लोग लगातार तीन दिन हाजिरी देंगे। उन्होंने बताया कि बीबी फातमा की शहादत 1431 साल पहले मदीने में 3 जमादी उस्सानी सन 11 हिजरी को हुई थी। जालिमों ने उनके उपर जलता हुआ दरवाजा गिरा दिया था। जनाबे फातमा नेे महज 18 वर्ष के उम्र में दुनिया को बताया कि बेटी,पत्नी और एक मां को कैसा जीवन बीताना चाहिए। दरगाहे फातमान में मजलिस में फरमान हैदर ने कहा कि बीबी फातमा का किरदार सारी दुनिया के औरतों के लिए मिल का पत्थर है। उनका जीवन एक ऐसा रौशन चिराग है कि जिसके रौशनी में औरते लाभान्वित हो रही है। उन्होंने बताया कि शहादत दिवस पर देश की खुशहाली और शांति के लिए दुआख्वानी भी होगी। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर-hindusthansamachar.in