a-wave-of-mourning-over-the-death-of-senior-sangh-worker-banshraj-singh
a-wave-of-mourning-over-the-death-of-senior-sangh-worker-banshraj-singh

संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता बंशराज सिंह के निधन से शोक की लहर

-अयोध्या कार सेवा के दौरान महीनों काटी थी जेल सुलतानपुर, 22 मई (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता एवं राज्यपाल से सम्मानित पूर्व प्रधानाचार्य का आकस्मिक निधन हो गया। उनके निधन से जिले ही नहीं पूरे प्रदेश में शोक की लहर है। श्री सिंह ने अयोध्या कार सेवा के दौरान महीनों जेल की सजा भी काटी थी। लगभग नब्बे वर्षीय श्री सिंह का एक निजी अस्पताल में पिछले लगभग दस दिन से इलाज चल रहा था। शुक्रवार की देर शाम उनका निधन हो गया। उनके निधन से शिक्षा जगत ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गयी। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉक्टर कृष्ण गोपाल, गृहमंत्री राजनाथ सिंह सहित तमाम वरिष्ठ अधिकारियों से नजदीकी सम्पर्क रहे हैंं। श्री सिंह उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद के प्रदेश अध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष भी रहे। उनके पुत्र भूपेंद्र सिंह के अनुसार उनका अंतिम संस्कार शनिवार को सरस्वती बालिका इंटर कालेज परिसर में किया जा रहा है। श्री सिंह अपने पीछे दो बेटे एवं बेटियों को छोड़ गए। एक आदर्श प्रधानाचार्य के रूप में उन्हें राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उनके नेतृत्व काल में कई छात्रावास चलते थे इन छात्रावासों में दूरदराज के छात्र रहकर शिक्षा ग्रहण करते थे। श्री सिंह मूलतः आजमगढ़ के निवासी हैं। जिले में संघ को मजबूत करने में उनकी अहम भूमिका रही है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व विभाग कार्यवाह एवंं प्रान्त के दायित्व सहित विभिन्न दायित्वों को जिम्मेदारीपूर्वक निर्वहन किया है। नगर में विद्या भारती से संचालित सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सहित कई विद्यालय के प्रबंधक भी रहे। भगवान श्रीराम के प्रति थी अपार श्रद्धा श्री सिंह का भगवान श्रीराम के प्रति बड़ी श्रद्धा रही। वह अंतिम समय तक प्रतिदिन लगभग चार पेज राम-राम लिखते थे। अयोध्या कार सेवा के दौरान श्री सिंह मंदिर आंदोलन में महत्व भूमिका निभायी। भगवान श्रीराम मंदिर के लिए बहुत संघर्ष किया। महीनों अमहट और नैनी जेल में भी रहे। -शिक्षा और अनुशासन के एक युग का अंत माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमरनाथ सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा की अलख जगाने वाला योद्धा हमें छोड़ कर चला गया। उनका जाना शिक्षा और अनुशासन के एक युग का अंत हो गया। ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें तथा उनके दुःखी परिवार को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। हिन्दुस्थान समाचार/दयाशंकर/विद्या कान्त

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in