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बीमार घोड़े को पशु विभाग की टीम ने दर्द रहित मृत्यु देकर दफनाया

गोण्डा, 03 अप्रैल(हि.स.)। जिले के करनैलगंज इलाके में एक घोड़े में बरखोडिया मेलियाई नामक जानलेवा बैक्टीरिया मिलने से हड़कंप मच गया। हिसार लैब से घोड़े की ग्लैंडर्स पाजिटिव रिपोर्ट आते ही पशु चिकित्सा विभाग के लोगों ने बाकायदा पीपीई किट पहन कर घोड़े को दर्द रहित मृत्य देकर उसको गहरे गड्ढे में दफना दिया। पशु चिकित्सकों के मुताबिक यह जानलेवा बीमारी घोड़े व खच्चरों में होती है और यह पशुओं से मनुष्यों में भी फैल सकती है। इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। घोड़े तबियत काफी दिनों से खराब चल रही थी। जिसको उसके मालिक ने पशु अस्पताल में दिखाया, जहां उसका सैंपलिंग कर उसे हिसार लैब में भेज दिया गया। उसकी रिपोर्ट ग्लैंडर्स पॉजिटिव आई, जिससे पशु विभाग सतर्क हो गया। जांच के दौरान पता चला की घोड़ा बरखोडिया मेलियाई नामक खतरनाक बैक्टीरिया से संक्रमित है। घोड़े को तत्काल पशुचिकित्सा विभाग की टीम ने करनैलगंज कस्बे से दूर बाहर ले जाकर उसे जेसीबी के मदद से गड्ढा खुदवाकर दफन कर दिया। क्योंकि घोड़ा ग्लैण्डर्स पॉजिटिव था। इसलिए पशु विभाग के कर्मचारियों ने बाकायदा पीपीई किट पहन रखा था। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आर एस राठौर ने शनिवार को बताया यह जानलेवा बीमारी है और पशुओं से मनुष्यों में फैल सकती है। यह बीमारी घोड़ों और खच्चरों में होती है। यह जानलेवा है इसका कोई इलाज नहीं है। इसलिए दफना दिया गया, इसके अलावा कोई उपाय नहीं था। हिन्दुस्थान समाचार/महेन्द्र

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