लड़कियों की शिक्षा के लिये अब बुन्देलखंड में चलेगा बृहद अभियान
लड़कियों की शिक्षा के लिये अब बुन्देलखंड में चलेगा बृहद अभियान

लड़कियों की शिक्षा के लिये अब बुन्देलखंड में चलेगा बृहद अभियान

-राज्य सरकारों को अपने बजट का 25 प्रतिशत धन शिक्षा में खर्च करने पर ही होगा शिक्षा की व्यवस्था में सुधार -जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का भी छह प्रतिशत बजट शिक्षा व्यवस्था पर होना चाहिये खर्च आरटीई फोरम के राष्ट्रीय संयोजक ने बुन्देलखंड के सातों जिलों के शिक्षा के मुद्दे पर की वर्चुअल मीटिंग हमीरपुर, 19 जनवरी (हि.स.)। राइट टू एजुकेशन फोरम के राष्ट्रीय संयोजक अम्बरीय राय ने मंगलवार को शिक्षा की स्थिति पर चिंता जताते हुये कहा कि जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का छह प्रतिशत शिक्षा पर खर्च करने के साथ ही राज्य सरकारों को बजट का 25 प्रतिशत धन शिक्षा पर ही खर्च करना चाहिये, तभी शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधार होगा। उन्होंने शिक्षा के अधिकार कानून का दायरा बारहवीं तक बढ़ाये जाने पर भी जोर दिया। फोरम के राष्ट्रीय संयोजक, बुन्देलखंड के हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट, बांदा, ललितपुर, झांसी, जालौन आदि जनपदों के शिक्षा मुद्दे पर काम कर रही संस्थाओं और संगठनों की वर्चुअल मीटिंग में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कोठारी आयोग के द्वारा 1966 में ही शिक्षा पर कुल जीडीपी का 6 प्रतिशत बजट शिक्षा पर खर्च करने की सिफारिश की थी, लेकिन अभी सिर्फ कुल जीडीपी का 4 प्रतिशत ही शिक्षा पर बजट खर्च किया जा रहा है। जिसे बढ़ाने की जरूरत है। उन्हांेने कहा कि राज्य सरकारों को अपने कुल बजट का 25 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च करना चाहिए। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में लड़कियों की शिक्षा पिछड़ रही है। नई शिक्षा नीति में भी इसका जिक्र किया गया है। नई शिक्षा नीति के अनुसार 3 करोड़ बच्चे अभी भी स्कूल से बाहर हैं जबकि स्थिति इससे और ज्यादा भयावह है। सभी स्कूलों में हों। इसके लिये सुरक्षा व स्वास्थ्य के मानकों को पूरा करते हुए स्कूल खोले जाएं। आरटीई फोरम से जुडी सृजिता ने कहा कि शिक्षा के अधिकार कानून को दायरा बढ़ाकर 12वीं कक्षा तक किया जाए। लड़कियों की शिक्षा की स्थिति सुधारने के लिये व्यापक अभियान चलाने की जरूरत है। महात्मा गॉधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट के समाजकार्य के विभागाध्यक्ष डा. बिनोद शंकर सिह ने कहा कि लड़कियों को स्कूलों से ड्रापआउट अधिक बढ़ रहा है। बेहतर शिक्षा के प्रबन्ध किये जाएं। बुन्देलखण्ड शिक्षा के अधिकार फोरम के संयोजक देवेन्द्र गांधी ने कहा कि सभी को मिलकर सामूहिक रूप से शिक्षा के लिये बजट और सभी के लिये स्कूल पर और अधिक काम करने की जरूरत है। आरटीई फोरम की ऋषिता, इरादा फाउण्डेशन चित्रकूट के सुनीलकुमार, महोबा के अरूणोदय संस्था के अभिषेक, महात्मागॉधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के छात्र छात्राएं मोनिका गुप्ता, सविता टागिडया, चन्द्रप्रकाश शुक्ला, प्रवीण सिह, राहुल पाण्डेय, मीना देवी, रूकमणि देवी व हमीरपुर के सामाजिक कार्यकर्ता पूजा पाल, इसरार, लवलेश, मजूलता, सरोज, नवनीत, राधा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहें। हिन्दुस्थान समाचार/पंकज-hindusthansamachar.in

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