बागपत, 24 जुलाई (हि.स.)। बागपत जनपद के दिल्ली-यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर बने धार्मिक स्थलों को हटाने को लेकर सरकारी मशीनरी दोहरे नियम अपना रही है। इसके विरोध में हिंदू संगठन लामबंद हो रहे हैं। शुक्रवार को हिंदू संगठनों ने बैठक करके प्रशासन को मंदिर के साथ-साथ मजार भी हाईवे से हटाने के लिए कहा। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। बागपत से होकर गुजरने वाले दिल्ली-यमुनोत्री नेशनल हाईवे का निर्माण कार्य पिछले दो वर्षों से चल रहा है। लेकिन जनपद के कई गांवों में अतिक्रमण के कारण निर्माण कार्य रुका हुआ है। कई धार्मिक स्थल भी अतिक्रमण करके बनाए गए हैं। एनएचएआई द्वारा उन्हें हटाने के लिए नोटिस भी जारी किए गए। हाईवे निर्माण कंपनी ने गुरुवार से अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू कर दिया जिसके चलते जनपद के काठा गांव स्थित देवी मंदिर को हटाने का भी प्रयास किया गया। ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए निर्माण कर्मचारियों को भगा दिया। शुक्रवार को हिंदू संगठनों की बागपत में बैठक हुई। बैठक में कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि हाईवे किनारे 55 मीटर देरी पर स्थित मंदिर तो तोड़ा जा रहा है, लेकिन 45 मीटर दायरे में मौजूद मजार को द्वारा छोड़ दिया गया है। धार्मिक स्थल हटाने के ये दोहरे नियम नहीं चलने दिए जाएंगे। मंदिर से पहले मजार को हटाया जाए। अगर उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो वे आंदोलन करेंगे और सड़कों पर उतरेंगे। बैठक में हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष अंकित बड़ौली, नगर पालिका परिषद बड़ौत के चेयरमैन दुष्यंत तोमर, कुलदीप, संजीव, सचिन, राजकुमार, कपिल आदि मौजूद थे। हिन्दुस्थान समाचार/सचिन त्यागी-hindusthansamachar.in