
मेरठ, 25 जुलाई (हि.स.)। आनंद हॉस्पिटल के संचालक हरिओम आनंद की खुदकुशी के मामले में तथाकथित सूदखोरों पर कार्रवाई ना होने को लेकर पीड़ित परिजनों में आक्रोश है। आरोपितों की धमकी से दहशत में आकर हरिओम आनंद की पुत्री मानसी आनंद की हालत बिगड़ गई है। पीड़िता के अधिवक्ता रामकुमार शर्मा के मुताबिक मानसी को आनंद हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। अब पीड़ितों ने पूरे प्रकरण की शिकायत सीएम योगी आदित्यनाथ से करने की चेतावनी दी है। मानसी आनंद के अधिवक्ता रामकुमार शर्मा का आरोप है कि इस मामले में पुलिस आरोपितों के दबाव में काम कर रही है। जिसके चलते अब तक किसी भी आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। उन्होंने बताया हरिओम आनंद को खुदकुशी के लिए मजबूर करने के आरोप में उनकी मुवक्किल मानसी ने कई व्यक्तियों के खिलाफ एसएसपी से शिकायत की थी। इनमें सुभारती संस्थान के मालिक अतुल कृष्ण भटनागर और उनकी पत्नी मुक्ति भटनागर सहित फाइनेंसर जीएस सेठी, ललित मोहन भारद्वाज, दास मोटर के मालिक राहुल दास, आकाश खन्ना और कामरान आदि शामिल हैं। मानसी की बहन निधि का आरोप है कि आरोपित उन पर लगातार अपनी शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। जिसके चलते उनकी बहन मानसी की हालत बिगड़ गई है और वह अस्पताल में भर्ती हैं। अब पीड़ित परिजनों ने जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की शिकायत सीएम योगी आदित्यनाथ से करने की चेतावनी दी है। गौरतलब है कि मानसी के आरोपों की जांच के लिए एसएसपी ने एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह को नियुक्त किया था। एसपी सिटी ने अपनी जांच में सुभारती के संस्थापक डाॅ. अतुल भटनागर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की संस्तुति की है। जिसके बाद एसएसपी अजय साहनी ने अतुल कृष्ण के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिया। इसकी विवेचना के लिए एसआईटी का गठन किया जाएगा। हिन्दुस्थान समाचार/कुलदीप/दीपक-hindusthansamachar.in