स्मार्ट वर्कर होता है उद्यमी, युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करें - राज्यपाल
स्मार्ट वर्कर होता है उद्यमी, युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करें - राज्यपाल

स्मार्ट वर्कर होता है उद्यमी, युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करें - राज्यपाल

जयपुर, 18 सितम्बर(हि.स.)। राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि एक उद्यमी की खास बात यह होती है कि वह हार्ड वर्क के साथ स्मार्ट वर्क भी करता है। वह नई सोच पर काम कर उस सोच को सफल व्यवसाय में बदल देता है। उद्यमी वाकई स्मार्ट वर्कर होता है। राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों का आह्वान किया है कि युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करें। युवाओं को आत्मनिर्भर भारत में भागीदार बनाने के लिए उनमें आत्मविश्वास पैदा करें। राज्यपाल शुक्रवार को यहां राजभवन से राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय और शंकरा इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलोजी के संयुक्त तत्वावधान में उद्यमिता विकास विषय पर आयोजित दो दिवसीय फेकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम समारोह को वीडियो कान्फ्रेन्स के माध्यम से संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए राज्य के तकनीकी विश्वविद्यालयों को बदली हुई परिस्थितियों में भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए उघोग धन्धों के विकास की रूपरेखा तैयार करनी होगी। राज्यपाल ने इस अवसर पर संविधान की प्रस्तावना और कर्तव्यों का वाचन भी कराया। मिश्र ने कहा कि सफल उद्यमी में रिस्क लेने की क्षमता और दूर की सोच जैसे अनेक विशेष गुण होते हैं। राज्यपाल ने कहा कि युवाओं के स्वरोजगार आरम्भ करने में उनके संशयों को दूर करें। बैंक से ऋण दिलाने में और स्टार्टअप को शुरू कराने में विश्वविद्यालय सहयोग करे। राज्यपाल ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी ने जीवन के प्रत्येक स्तर पर स्थितियां बदल दी हैं। देश की प्रतिभाओं को आगे बढाना है। उनके द्वारा किये गये कार्यो को समाज और देश के सामने लाना होगा। हमें लोकल को प्राथमिकता देनी होगी। लोकल के लिए वोकल होना ही होगा। लोकल को ग्लोबल बनाने के भी प्रयास करने होंगे। राज्यपाल ने कहा कि उद्यमी वह व्यक्ति होता है जो अपना खुद का उद्योग स्थापित करता है। ऐसे लोग समाज के विकास में भागीदार होते हैं। यह व्यक्ति अपने उद्योग को बढाने के लिए अन्य व्यक्तियों को भी रोजगार देते हैं, जिससे समाज में व्याप्त बेरोजगारी की समस्या में कुछ हद तक कमी होती है। मिश्र ने कहा कि विश्वविद्यालयों द्वारा गोद लिए गए गांवों में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों की शुरूआत कराने के लिए विश्वविद्यालयों को प्रयास करने होंगे। इससे गांव में ही युवाओं को रोजगार मिल सकेगा। युवाओं को नौकरी के लिए भटकना नहीं पडेगा। राज्यपाल ने कहा कि हमें युवाओं को नौकरी देने वाला बनाना होगा। इस तरह की चर्चा आज पूरे विश्व में हो रही है। भारत में भी ऐसा वातावरण निर्माण करने की रणनीति प्रधानमंत्री जी ने बना दी है। हम सभी को इस रणनीति में भागीदार बनना होगा। हिन्दुस्थान समाचार/संदीप/ ईश्वर-hindusthansamachar.in

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