सुखाड़िया विश्वविद्यालय में एक दर्जन से अधिक नए पाठ्यक्रम व दो नए विभाग होंगे शुरू
सुखाड़िया विश्वविद्यालय में एक दर्जन से अधिक नए पाठ्यक्रम व दो नए विभाग होंगे शुरू

सुखाड़िया विश्वविद्यालय में एक दर्जन से अधिक नए पाठ्यक्रम व दो नए विभाग होंगे शुरू

उदयपुर, 14 सितम्बर (हि.स.)। मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय की एकेडमिक काउंसिल की बैठक सोमवार को कुलपति प्रो अमेरिका सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इसमें एक दर्जन से अधिक नए पाठ्यक्रम शुरू करने, दो नए विभाग स्थापित करने एवम सेंटर फॉर एक्सीलेंस और एकेडमिक स्टाफ कॉलेज शुरू करने सहित कई निर्णय लिए गए। विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. कुंजन आचार्य ने सोमवार को बताया कि विश्वविद्यालय में कई नए पाठ्यक्रम शुरू करने का अनुमोदन किया गया। इनमें एमए इन एजुकेशन, एडऑन कोर्सेज में सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन, स्प्रेडशीट, प्रैक्टिकल ऑडिटिंग, प्रैक्टिकल टैक्सेशन एवं गुड्स व सर्विस टैक्स, सर्टिफिकेट कोर्स इन इंडियन बिजनेस एंड मैनेजमेंट स्किल, बीए में ऐच्छिक विषय के तौर पर एक विषय पत्रकारिता एवं जनसंचार स्वीकृत किया गया। इसी प्रकार डिप्लोमा इन साइबर लॉ, वुमन स्टडीज में एएम वॉक, फैशन टेक्नोलॉजी एंड डिजाइनिंग, कंप्यूटर साइंस में 2 वर्षीय एमसीए, सर्टिफिकेट इन आईओएस एप्लीकेशन, सर्टिफिकेट इन सॉलिड़ वेस्ट मैनेजमेंट एंड मशरूम कल्टीवेशन, सर्टिफिकेट इन मोबाइल जर्नलिज्म जैसे नए विषय शुरू किए जाएंगे। आनन्दम कोर्स को शुरू करने के साथ ही बायोटेक्नोलॉजी एवं माइक्रोबायोलॉजी दो नए विभाग बनाने का भी अनुशंसा की गई। एक दिसंबर 2019 से अब तक अवार्ड हुई पीएचडी डिग्री का कंफर्मेशन किया गया, ताकि इनको अगले दीक्षांत समारोह में डिग्री प्रदान की जा सके। यूजीसी के 2018 के रेगुलेशन को लागू करने के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा जो समीक्षा करके इसको लागू करने की सिफारिश करेगी। राज्य सरकार द्वारा दी गई गाइड लाइन के अनुसार 17 सितम्बर से परीक्षाएं करवाने का भी अनुमोदन किया गया। यूजी व पीजी फाइनल के जिन विद्यार्थियों के पिछली वर्षों के बकाया पेपर्स (ड्यू पेपर्स) हैं, उनके लिए भी वही नियम लागू होगा जो प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों के लिए अंक देकर प्रमोट करने का निर्णय हुआ था। विवि में सेंटर फॉर एक्सीलेंस और एकेडमिक स्टाफ कॉलेज की स्थापना करने का अनुमोदन किया गया। दीक्षांत समारोह सहित विश्वविद्यालय के अन्य समारोहों में खादी के बने वस्त्रों को ही पहनने पर विमर्श किया गया। इस अवसर पर कुलपति ने सभी से आह्वान किया कि विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने की दिशा में सभी लोग एकजुट होकर काम करें। इसके लिए उन्होंने प्लेसमेंट बढ़ाने की बात कही। कुलपति ने सभी को आश्वस्त किया कि सातवें वेतनमान का जो एरिया अभी तक नहीं मिला है उसको दिलवाने के लिए वह राज्य सरकार से पुरजोर सिफारिश करेंगे एवं जल्द ही दिलवाने की कोशिश करेंगे। पूरी बैठक प्रक्रिया का संचालन रजिस्ट्रार हिम्मत सिंह बारहठ ने किया। वित्त नियंत्रक सुरेश जैन, साइंस कॉलेज डीन प्रो. कनिका शर्मा, आर्टस कॉलेज डीन प्रो सीमा मलिक, डीन पीजी स्टडीज प्रो बीएल आहूजा, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो पीएम यादव, लॉ कॉलेज डीन प्रो आनंद पालीवाल परीक्षा नियंत्रक डॉ. राजेश कुमावत सहित सभी संकाय अध्यक्ष एवं सभी विभागों के अध्यक्ष उपस्थित थे। एकेडमिक काउंसिल ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से आयोजित हुई। जो लोग बैठक में भाग लेने में असमर्थ थे उन्होंने मीटिंग में ऑनलाइन भाग लिया। हिन्दुस्थान समाचार/सुनीता कौशल/संदीप-hindusthansamachar.in

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