संस्कृत शिक्षा को मुख्य धारा से जोड़ना जरूरी  अनुला मौर्य
संस्कृत शिक्षा को मुख्य धारा से जोड़ना जरूरी अनुला मौर्य

संस्कृत शिक्षा को मुख्य धारा से जोड़ना जरूरी : अनुला मौर्य

जयपुर, 19 जनवरी (हि.स.)। जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अनुला मौर्य ने मौजूदा चुनौतियों का सामना करते हुए विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में सीबीसीएस प्रणाली लागू करने की जरूरत बताई है। कुलपति ने मंगलवार को सीबीसीएस पाठ्यक्रम एवं पारंपरिक संस्कृत शिक्षण पर हुई कार्यशाला के उद्घाटन किया। उन्होंने सीबीसीएस प्रणाली के लाभ बताते हुए इसे संस्कृत शिक्षा को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए जरूरी बताया। सारस्वत वक्ता डॉ. राजधर मिश्र ने सीबीसीएस लागू करने में हो रही चुनौतियों का समाधान बताया। संयोजक डॉ. उमेश नेपाल ने बताया कि कार्यशाला में प्रदेश के संस्कृत महाविद्यालयों के 50 से अधिक शिक्षकों ने भाग लिया। प्रो. सत्यनारायण शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। हिन्दुस्थान समाचार/ ईश्वर/संदीप-hindusthansamachar.in

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