भाई दूज का पर्व: तिलक कर भाई के उज्ज्वल भविष्य के लिए की ईश्वर से प्रार्थना
भाई दूज का पर्व: तिलक कर भाई के उज्ज्वल भविष्य के लिए की ईश्वर से प्रार्थना

भाई दूज का पर्व: तिलक कर भाई के उज्ज्वल भविष्य के लिए की ईश्वर से प्रार्थना

जयपुर,16 नवम्बर (हि.स.)। भाई बहन के स्नेह का प्रतीक भाई दूज का पर्व सोमवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। अल सुबह से ही भाई दूज का उत्साह नजर आने लगा। बहनों ने रोली और अक्षत से अपने भाई का तिलक कर उसके उज्ज्वल भविष्य के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। वहीं भाईयों ने भी उनकी रक्षा का संकल्प लिया। बहिनों ने भाइयों को तरह-तरह के पकवान और मन पसंद मिठाइयां खिलाई। बदले में भाईयों ने बहनों को मन पसंद उपहार प्रदान किए। इस बाजारों में उपहार सेंटर, साड़ी, रेडीमेड शोरूम, मिष्ठान भंडार, सोने-चांदी की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ रही। वहीं फूलमाला की जमकर बिक्री हुई। बहनों में विशेष उत्साह दिखाई दिया भाई दूज का पावन पर्व मनाने को बहनों में विशेष उत्साह दिखाई दिया। सोमवार को सुबह से ही गली-मुहल्लों व प्रमुख मार्गों पर महिलाओं व युवतियों की चहल-पहल दिखाई देने लगी। बहनों ने प्यार से भैया के माथे पर अक्षत रोली से तिलक कर मिठाई खिला उसकी दीर्घायु की ईश्वर से प्रार्थना की। जो बहनें ससुराल में थीं और जिनके भाई तिलक कराने नहीं आ सके वे अपने पति के साथ मायके गईं। जिनके भाई आ गए उन्होंने ससुराल में ही भाई दूज मनाई। भाइयों ने बहनों से तिलक कराकर वस्त्र,आभूषण के उपहार दिया गया। जिसके चलते बाजारों में भारी भीड़ रही। वहीं मिष्ठान भंडारों पर मिठाई खरीदने वालों की भारी भीड़ रही। धनतेरस से शुरू हुआ दीपोत्सव का यह पर्व सोमवार को भाईदूज के साथ समाप्त हो गया। हिन्दुस्थान समाचार/दिनेश/संदीप-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in