बड़ी दिवाली से छोटी दिवाली तक भी नहीं ठहर पाया पर्यटन
बड़ी दिवाली से छोटी दिवाली तक भी नहीं ठहर पाया पर्यटन

बड़ी दिवाली से छोटी दिवाली तक भी नहीं ठहर पाया पर्यटन

उदयपुर, 02 दिसम्बर (हि.स.)। झीलों के शहर उदयपुर से पूरे राजस्थान तक में दीपावली से पर्यटकों की बहार शुरू हो जाती है। इस बार कोरोना के कारण कम ही सही, लेकिन आठ महीने के विराम के बाद पर्यटकों की चहलकदमी दीपावली के साथ शुरू हो गई थी। विशेष रूप से उदयपुर में गुजराती पर्यटकों की आमदरफ्त बढ़ गई थी। चाहे श्रीनाथजी के अन्नकूट के दर्शन करने की ललक हो या लम्बे समय से घर में बैठे रह जाने की कसक मिटानी हो, पर्यटकों ने राजस्थान का रुख कर लिया था। लेकिन, विडम्बना ही रही कि दीपावली से शुरू हुई पर्यटकों की आमदरफ्त छोटी दीपावली यानी देवउठनी एकादशी तक भी नहीं रह पाई। छोटी दीपावली 25 नवम्बर की थी और उससे पहले 22 नवम्बर से ही राजस्थान के कुछ शहरों में रात्रिकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया। इसमें जयपुर, बीकानेर आदि के साथ उदयपुर को भी शामिल किया गया। यह घोषणा होते ही उदयपुर, जयपुर, बीकानेर घूम रहे पर्यटक लौट पड़े। हालांकि, कई अहमदाबादी पर्यटक इसी अवधि के दौरान अहमदाबाद इसलिए नहीं लौट पाए क्योंकि वहां तीन दिन का पूर्ण कोरोना कर्फ्यू लगा दिया गया था। कुल मिलाकर कोरोना के चलते पर्यटकों की आमदरफ्त बड़ी दीपावली से छोटी दीपावली तक भी नहीं टिक पाई और पर्यटन से जुड़े सभी रोजगारों पर फिर कोरोना की मार पड़ गई। आलम यह है कि अब भी कई होटलें और रेस्टोरेंट नहीं खुल पाए हैं, क्योंकि स्टाफ की व्यवस्थाएं करना ही संचालक के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है, ऊपर से आवक है नहीं। हिन्दुस्थान समाचार/सुनीता कौशल / ईश्वर-hindusthansamachar.in

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