बुद्धिजीवियों ने राज्यपाल से की कानून व्यवस्था बहाल करने की गुजारिश
बुद्धिजीवियों ने राज्यपाल से की कानून व्यवस्था बहाल करने की गुजारिश

बुद्धिजीवियों ने राज्यपाल से की कानून व्यवस्था बहाल करने की गुजारिश

जयपुर, 15 अक्टूबर (हि. स.)। राजस्थान में लगातार बढ़ रहे अपराधों पर प्रबुद्ध वर्ग ने चिंता व्यक्त की है। प्रदेश के दो दर्जन से अधिक बुद्धिजीवियों ने राज्यपाल कलराज मिश्र को पत्र लिखकर कानून व्यवस्था बनाए रखने में हस्तक्षेप की मांग की है। पत्र में राज्यपाल को सीकर, बारां, बाड़मेर, सिरोही व करौली जिले में पिछले दिनों हुए गैंगरेप तथा बड़े अपराधों की जानकारी देते हुए बुद्धिजीवियों ने बताया कि वर्ष 2019 और 2020 में राजस्थान महिलाओं के साथ अपराध के मामले में देश के दूसरे स्थान पर रहा है। अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं और बहन-बेटियां डर तथा खौफ के माहौल में जी रही है। इन अपराधों से प्रदेश का हर वर्ग आहत एवं चिंतित है। पुलिस व प्रशासन का इकबाल खत्म हो गया है। पत्र भेजने वालों में जेपी सिंहल, एमएल छीपा, बीएम मीना, एसएस बिस्सा, पीके दशोरा, लोकेश शेखावत, कैलाश सोडानी, बीएल चौधरी, राकेश कोठारी, जेपी शर्मा, बीआर छीपा, उमाशंकर शर्मा, जसवीर सिंह, मनोहरलाल कालरा, कन्हैयालाल बेरवाल, वीर बहादुर सिंह, भरतराम कुम्हार, देव कोठारी, वीएस कोठारी, अनुज माथुर, ओपी गुप्ता, मोती सिंह, आदित्य नाग, सरोजकुमारी, सरोजखान, मनन चतुर्वेदी, देवेश बंसल, हिदायतखां, राजेन्द्रसिंह शेखावत, एसडी शर्मा, प्रभुसिंह राठौड़, विश्वम्भरसिंह, कैलाश शर्मा, टीएन भारद्वाज, विमल प्रसाद अग्रवाल, अशोक शर्मा तथा एनपी कौशिक सरीखे बुद्धिजीवी शामिल है। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप-hindusthansamachar.in

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