बरसात की कमी से घटा जिले में खरीफ बुवाई का रकबा
बरसात की कमी से घटा जिले में खरीफ बुवाई का रकबा

बरसात की कमी से घटा जिले में खरीफ बुवाई का रकबा

झुंझुनू, 07 अगस्त(हि.स.)। बरसात की कमी के चलते इस बार जिले में बहुत से खेत आज भी बुवाई नहीं होने के चलते खाली पड़े हैं। इसी कारण इस बार कृषि विभाग द्वारा तय लक्ष्य के अनुसार फसल की बुवाई नहीं हो सकी है। कृषि विभाग ने इस बार जिले में तीन लाख 96 हजार हैक्टेयर भूमि पर खरीफ की फसल बुवाई करने का लक्ष्य रखा था। जिसकी तुलना में बरसात की कमी के चलते अब तक महज तीन लाख तेरह हजार हैक्टेयर भूमि पर ही खरीफ की फसल की बुवाई हो पाई है। जबकि पिछले साल तीन लाख 80 हजार हैक्टेयर के मुकाबले तीन लाख 78 हजार हैक्टेयर में बुवाई हुई थी। पिछले वर्ष इस समय तक जिले में काफी अच्छी बरसात हो चुकी थी। परंतु इस बार नाममात्र की ही बरसात हुई है। कृषि अधिकारियों के अनुसार जिन खेतों में बुवाई की जा चुकी है। उन्हें फसल शानदार तरीके से लहलहा रही है। मगर यदि शीघ्र ही बरसात नहीं हुई तो फसल सूखने लग जाएगी। कृषि विस्तार झुंझुनू के उपनिदेशक डॉ राजेंद्र लांबा ने बताया कि मानसून की बेरुखी कारण अभी तक तय लक्ष्य तक बुवाई नहीं हो पाई है। अगर अगले 10 दिनो के दौरान बरसात नहीं हुई तो फसलें मुरझाने लग जायेगी। उन्होंने बताया कि इस बार जिले में खरीफ फसल की फसल में बाजरे का दो लाख 20 हजार हैक्टेयर भूमि पर बुवाई का लक्ष्य रखा गया था। जबकि बरसात की कमी के चलते महज एक लाख 80 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में ही बाजरा की बुवाई हो पाई है। इसी तरह 55 हजार के मुकाबले 30 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में मूंग, 29 हजार के मुकाबले 20 हजार हेक्टर में चंवला, 60 हजार के मुकाबले 44 हजार हैक्टेयर में ग्वार, आठ हजार के मुकाबले 17 हजार 408 हैक्टेयर में मूंगफली, 10 हजार के मुकाबले 16 हजार 208 हैक्टेयर में कपास की फसल की बुवाई हुई है। हिन्दुस्थान समाचार / रमेश सर्राफ/ ईश्वर-hindusthansamachar.in

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