नीट-जेईई को लेकर मुख्यमंत्री का दोहरा चरित्र : देवनानी
नीट-जेईई को लेकर मुख्यमंत्री का दोहरा चरित्र : देवनानी

नीट-जेईई को लेकर मुख्यमंत्री का दोहरा चरित्र : देवनानी

अजमेर, 27 अगस्त(हि.स.)। पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री एवं विधायक अजमेर उत्तर वासुदेव देवनानी ने आरोप लगाया कि नीट एवं जेईई परिक्षाओं के आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने दोहरे चरित्र का प्रदर्शन कर रहे है। उन्होंने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी की हर बात का विरोध करने के लिए ही कांग्रेस व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इन परीक्षाओं की खिलाफत कर रहे हैं जबकि राजस्थान में तो कोरोना काल में ही माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं व 12वीं की परिक्षाओं का आयोजन करवाया गया था जिसमें 12 लाख से अधिक विद्यार्थी शामिल हुए। देवनानी ने कहा कि आश्चर्य की बात है कि जब कांग्रेस सरकार ने लाखों विद्यार्थियों की बोर्ड परिक्षाएं आयोजित करवाई तथा आगे भी 31 अगस्त को 6 लाख विद्यार्थियों की बीएसटीसी में प्रवेश के लिए डीएलएड परीक्षा का आयोजन कराने जा रही है तब कोरोना का खतरा नजर नहीं आ रहा जबकि नीट व जेईई की आनलाइन होने वाली परीक्षा में तो इतने विद्यार्थी प्रदेश में शामिल भी नहीं होने वाले हैं। उन्होंने कहा कि देश के शिक्षाविदों का भी मत है कि इंजीनियरिंग व मेडिकल संस्थाओं में प्रवेश के लिए 2 वर्ष से तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इन परीक्षाओं का आयोजन होना चाहिए जिससे विद्यार्थियों का एक साल खराब ना हो। दोनों परीक्षाओं के संयोजकों ने भी संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियां बरतते हुए सारी तैयारियां कर ली हैं जिन पर 15-20 करोड़ का बजट खर्च हो रहा है। देवनानी ने कहा कि विद्यार्थियों के हित व उनके भविष्य की अनदेखी कर कांग्रेस तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा की जा रही राजनीति बेहद निंदनीय है। हिन्दुस्थान समाचार/संतोष/संदीप-hindusthansamachar.in

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