नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन में सुझावों पर बल
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन में सुझावों पर बल

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन में सुझावों पर बल

जयपुर, 10 नवम्बर (हि.स.)। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की दो दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारिणी व साधारण सभा की बैठक सोमवार को ऑनलाइन संपन्न हुई। बैठक में प्रमुख रूप से तीन प्रस्ताव पारित किए, जिनमें नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन, कोरोना काल की चुनौतियों का सामना व शिक्षा और शिक्षा की समस्याओं का निराकरण शामिल है। महासंघ के अखिल भारतीय अध्यक्ष प्रो. जगदीश प्रसाद सिंघल ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला तथा इसके क्रियान्वयन के लिए अखिल भारतीय स्तर पर गठित उच्च शिक्षा के 9 एवं विद्यालय शिक्षा के 5 समूहों को आवश्यक सुझाव देने का आग्रह किया। उन्होंने शिक्षकीय समस्याओं के संबंध में महासंघ के प्रयासों की विस्तार से जानकारी दी, साथ ही राज्य संगठनों की शिक्षकीय समस्याओं के समाधान के लिए आवश्यक पहल करने का आश्वासन दिया। अखिल भारतीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर ने वार्षिक कार्य योजना पर चर्चा की। इससे पूर्व बैठक का शुभारंभ क्षत्रवीर सिंह राठौड़ ने सरस्वती वंदना के साथ किया। महामंत्री शिवानंद सिंदनकेरा ने गत बैठक की कार्यवाही विवरण रखा। जिसका ध्वनि मत से अनुमोदन किया गया। कोषाध्यक्ष संजय कुमार राउत ने अंकेक्षित आय व्यय पत्रक तथा महामंत्री शिवानंद ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। जिसमें वर्ष भर पूरे देश में संपन्न हुए विविध कार्यक्रमों एवं उल्लेख उपलब्धियों का उल्लेख किया गया। जिसे आंशिक संशोधन के साथ ध्वनि मत से पारित किया गया। बैठक में वार्षिक सदस्यता शुल्क में वृद्धि का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया। महासंघ के संविधान में संशोधन करते हुए वरिष्ठ उपाध्यक्ष का एक पद एवं अतिरिक्त महामंत्री का एक नवीन पद सृजित करने का प्रस्ताव भी पारित किया गया। कोरोना महामारी के कारण कार्यकारिणी के कार्यकाल में वृद्धि का निर्णय लिया गया एवं स्थिति सामान्य होने पर निर्वाचन संपन्न कराने के लिए अध्यक्ष को अधिकृत किया गया। हिन्दुस्थान समाचार/ ईश्वर/संदीप-hindusthansamachar.in

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